प्रशासन की अनदेखी से,टूटी पुलिया बन रही मौत का काल
इमरान सागर
वही हर वर्ष लगने वाला मेला आते ही उक्त मार्ग पर समस्त यातायात इसी पुलिया से होकर गुजरता है जिसमें अधिकतर आसपड़ौस के ग्रामीण,घोड़ा मचा तांगो का प्रयोग करते है! मेले का शुभारंभ हो चुका है और साथ ही सबारियाँ लेकर तागों का चलन भी बढ़ गया है और इसी चलन के बढने से आज एक घोडे़े की मौत हो गई! मामला कुछ यूँ हुआ कि तागां सबारी लेकर डोडेपुर गांव से मेला जा रहा था और उसी टूटी पुलिया से गुजर रहा था कि अचानक पलट गया और टूटी पुलिया से लगभग चालिस फिट नीचे गहरी खाईं में तांगा सहित घोड़ा गिर गया एैसे में सबारियों ने अपनी जान कैसे बचाई यह तो ईश्वर ही जाने लेकिन गरीब तागें वाले के परिवार का भरण पोषण करने वाला एक मात्र घोड़ा टूटी पुलिया की बलि जरूर चढ़ गया! देखते ही देखते राहगीरो की भीड़ जमा हो गई और इससे पहले कि बचाव किया जाता घोड़े के प्राण पखेरु हो चुके थे!