बलिया- उभाव थाना क्षेत्र में सत्तारूढ़ दल के लिए नहीं लगी है क्या आचार संहिता.
यासमीन खान “याशी”
यही कारण है कि थाना प्रभारी महोदय को शायद ध्यान ही नहीं की प्रदेश में आचार संहिता लागू है. और इस आचार संहिता में उनका थाना क्षेत्र भी आता है. साहेब तो अपने ही धुन में रहते है और आचार संहिता की उड़ती हुई धज्जियो को अपनी आँखों से देख कर भी आंख बंद कर रखा है. इसकी एक बानगी कल देखने को मिली जब एक भाजपा के बागी प्रत्याशी ने आचार संहिता की धज्जिया बीच चौराहे पर उड़ती रही जिसका सम्बंधित समाचार हमारे द्वारा प्रमुखता से आप लोगो के समक्ष रखा गया. जिसका सोशल मीडिया पर संज्ञान लेते हुवे पुलिस महानिरीक्षक के द्वारा बलिया पुलिस को निर्देशित भी किया गया. मगर साहेब क्या बताया जाय थाना प्रभारी महोदय पर शायद इसका कोई अन्य असर नहीं पड़ा और आज भी आचार संहिता आदर्श नहीं रही और उसकी धज्जिया सुबह से उड़ती रही. आइये आपको आज क्षेत्र में सारा दिन किसी एक दल विशेष के लिए उड़ती हुई धज्जियो की एक झलक बताते है.
सबसे पहले सुबह होते ही मौजूदा विधायक और सपा के प्रत्याशी गोरख पासवान अपने सैकड़ो कार्यकर्ताओ के साथ कुशहा भाड़ ग्राम में चुनाव प्रचार करने पहुच गए. कार्यकर्ताओ ने खूब झंडे फहराए खूब जिंदाबाद के नारे लगाये. आचार संहिता की उड़ती धज्जियो से स्वयं नियम ने शांत बैठना ज़रूरी समझा होगा. विधायक जी खूब शोर शराबे के चुनाव प्रचार करने के बाद अगले गाव की तरफ चल दिए और हम निकल पड़े बस्ती की तरफ देखने शहर का माहोल क्या है. बस्ती के हाजी ऐनुलहक़ राईन मैरेज हाल की छत पर लगा झंडा आकर्षण का केंद्र बना हुवा था, क्योकि पूरी विधानसभा क्षेत्र में किसी अन्य दल का झन्डा नहीं दिखाई दे रहा है मगर दल विशेष को यह शायद अतिरिक्त सुविधा प्राप्त हुई होगी. क्षेत्रिय लोगो ने बताया कि झंडा तो यहाँ पहले से ही लगा है मगर आज विशेष रूप से इसलिए यह सजा सवार कर है क्योकि एक बैठक आयोजित की गई है. जब हमने सूचनाये प्राप्त किया तो ज्ञात हुआ कि बैठक की अनुमति सुबह 11 से 4 बजे तक की है. मगर बैठक शाम 5 बजे तक चली. इस सम्बन्ध में जब हमने फ़्लाइंग स्क्वाड टीम प्रभारी कल्याण जी से बात करने का प्रयास किया तो उनका मोबाइल सुबह से ही बंद मिला. समाचार लिखे जाने तक उनका नंबर चालू नहीं हुवा था. जो भी हो आदर्श आचार संहिता किसी एक दल अथवा किसी एक प्रत्याशी विशेष को कुछ विशेष अनुमति देती है तो आचार संहिता फिर आदर्श कैसे रह सकती है इसका जवाब शायद नहीं में ही होगा. क्षेत्र में आचार संहिता का आज कितना पालन हुआ होगा इसका अंदाज़ा आप सम्बंधित वीडियो और फोटो से लगा सकते है.