प्रतियोगी छात्रा ने फांसी लगा दी जान

आफताब फ़ारूक़ी
इलाहाबाद। सिविल लाइंस के ताशकंद मार्ग पर किराये पर रहने वाली एक प्रतियोगी छात्रा ने बीती रात कमरे के अंदर दरवाजे की बिम में रस्सी के फंदे से फांसी लगा लिया। पुलिस ने शव का पंचायतनामा करके  पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। 

 जानकारी के अनुसार मूलतः आगरा के सदर अंतर्गत कमल बिहार कालोनी में रहने वाले राजकोकिल सेना में कैप्टन थे। वह वर्ष 1999 में रिटायर्ड हो गए थे। उसके बाद वह अपनी पत्नी लौंगी देवी के साथ आगरा में रहने लगे। उनके एक बेटा व दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी सुषमा कुमारी (30) पिछले 8 साल से इलाहाबाद में रहती थी। उसने झांसी यूनिवर्सिटी से एमएससी किया था। वर्तमान में वह पिछले छह माह से यहां पर सिविल लाइन्स थाना क्षेत्र के ताशकंद मार्ग पर शशिकांत त्रिपाठी के मकान में दूसरे तल पर किराये पर रहती थी। यहां रहकर वो आईएएस की तैयारी कर रही थी। उसके साथ आगरा की ही लड़की कंचन सिंह पुत्री जगदीश ङ्क्षसह भी रहती है। दोनों सात हजार रुपये के भाड़े पर रहती थी। कंचन मंगलवार को कही गयी थी। रात में 10 बजे के करीब जब वह लौटी तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद मिला। उसने आवाज लगाई लेकिन उत्तर नही मिला। खिड़की से झांका तो दरवाजे के ऊपर रोशनदान की बीम में रस्सी के फंदे से सुषमा लटक रही थी। ये देख उसकी चीख निकल गयी। आस-पास के लोग आये। उसने हड़बड़ाहट में चाकू से रस्सी काट दिया जिससे वह नीचे आ गयी। उसके बाद कंचन ने अपने भाई अतुल प्रकाश सिंह को फोन किया। अतुल व उसके अन्य घरवाले पहुंचे। उसे एसआरएन अस्पताल ले गये, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना के बाद पुलिस पहुंची और पंचनामा करके पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। उसके लोवर में एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें उसने लिखा कि वह अपनी मर्जी से खुदकुशी कर रही है। उसमें किसी का कोई दोष नहीं है। वह खुशी-खुशी अपनी जान दे रही है। दूसरे पेज में उसने लिखा था जिसमें आई एम हैप्पी, प्लीज पापा को फोन कर दीजियेगा। उसमें नीचे दो मोबाइल न बर भी लिखे थे। 
सुषमा के पिता राजकोकिल ने बताया कि सोमवार को उनसे सुषमा की बात हुई थी, तब उसने बताया था कि पढ़ाई को लेकर थोड़ा परेशान है लेकिन जब उन्होंने उसे समझाया तो वो हंसने लगी थी। उसके बाद कोई बात नही हुई। कंचन ने उसके पिता को फ ोनकर घटना की सूचना दी तो वो भागते हुए आये। बुधवार को जब पोस्टमार्टम शुरू हुआ तो उसके लोवर में सुसाइड नोट मिला। पिता का कहना है कि अभी तक उन्हें सुसाइड की वजह समझ नही आयी है।

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