धर्मान्तरण रोकने पर दारा को फंसाया गया – महंत बजरंग मुनि
मो आफताब फ़ारूक़ी
इलाहाबाद। सिद्धपीठ मॉं पिताम्बरा नरपुरा धौलपुर राजस्थान के महंत बजरंग मुनि उदासीन उड़ीसा की जेल में बंद दारा सिंह की जमानत को लेकर हाईकोर्ट के अधिवक्ताओं के साथ माघ मेला स्थित अपने शिविर में चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दारा सिंह ने किसी विदेशी की हत्या नहीं की, बल्कि वह विदेशी मिशनरियों के धर्मान्तरण को रोक रहे थे। ऐसे में उनको फंसाने के लिए धर्मान्तरण कराने वालों ने विदेशी की हत्या कर फंसा दिया। महंत ने बताया कि अधिवक्ताओं से चर्चा हो रही है कि बेगुनाह दारा को कैसे छुड़ाया जाय। इस मामले को सुप्रीम कोर्ट ले जाने की तैयारी चल रही है, जिससे दारा सिंह को न्याय मिल सके। उन्होंने बताया कि कानपुर, फफूंद के निवासी रवीन्द्र पाल उर्फ दारा सिंह दिल्ली में नौकरी करते थे और वह बेहतर रोजगार के लिए उड़ीसा, क्योझर गये थे। वहां गौ तस्करों एवं मिशनरियों द्वारा धर्मान्तरण कराये जाने के अधिक मामले सामने आने पर विरोध करना शुरू कर दिया। ऐसे में उनको रास्ते से हटाने के लिए हत्या में फंसा दिया गया। बताया कि दारा क्योझर में बजरंग दल के पदाधिकारी थे।