डिस्पोजल गिलास की ये सच्चाई जानकर आप, हाथ भी नही लगायेंगे
शबाब खान
चाय की दुकानों व होटलों पर डिस्पोजल गिलास व पॉलीथिन का उपयोग जमकर हो रहा है। यह लोगों के लिए धीमा जहर का काम कर रहे हैं। गर्म चाय या अन्य पेय पदार्थों के संपर्क में आने से डिस्पोजल गिलास व पॉलीथिन के केमिकल खाद्य व पेय पदार्थों के सहारे लोगों को शरीर में पहुंच रहे हैं। इससे लोगों के शरीर पर बुरा प्रभाव पड़ता है और बाद में गंभीर बीमारियां भी हो जाती हैं।
डिस्पोजल चाय के गिलास में चाय पीते है तो ध्यान दे:-गिलास में चाय डालने से पहले गिलास में रगड़कर उगंली घुमाये आप पायेंगे की आपकी उगंली हल्की सी चिकनी हो गई है यह क्या है। गिलास आपस में चिपके नहीं इसलिये मशीन द्वारा इनमें हल्की सी मोम की परत लगा दी जाती है। जब हम इसमें गर्मा गर्म चाय डालते है तो यह जहरीला मोम पिघल कर चाय में मिलकर हमारे अन्दर चला जाता है। चाय गर्म होने के कारण इसके स्वाद का हमें पता नहीं लगता।
अगर आप सिद्ध करना चाहते है कि ऐसा है या नहीं बड़ा आसान हैं: गर्म चाय डिस्पोजल गिलास में डाले और उस चाय को पानी तरह ठण्डा होने दे फिर ठण्डी चाय की घुट भरे। यकीन मानिये सारा दिन आपके मूहं का स्वाद कोई ठीक नहीं कर सकता। कहते है यह कैमीकल्स पी कर हम कैन्सर को न्यौता दे रहे है।