निलोफर बानो की कलम से – चुनाव में वादो के पुलाव की खुश्बू देकर जनता को लुभाते है नेता.
यू.पी. में चुनावी बिगुल बज़ चूका है लगभग प्रत्येक पार्टी के प्रत्याशी के नाम चुनावी दंगल लड़ने के लिए घोषित हो चुके है चुनाव में वादो से बने पुलाव की खुश्बू जनता तक पहुंचायी जा रही है पर ये पुलाव जनता की थाली में जायेगे की नही ये तो आने वाला वक़्त ही बतायेगे।
इस वक़्त यू.पी.चुनावी माहोल से गुज़र रहा है पिछले चुनाव में जीते नेताओं ने अपने वादे पूरे किये ही नही है और इस बार यू.पी.चुनाव मे फिर नेता अपने कई मुद्दे लेकर जनता के बीच उतर गए है।पर किसी की नज़र जनता के उस दर्द पर नही पड़ रही जिससे जनता कराह रही है।यहाँ तक की अधिकारी भी जनता की सुध नही ले रहे। यू.पी.के वाराणसी में सात विधान सभा है हर विधान सभा में कोई न कोई समस्या ने जन्म ले रखा है।
अगर बात करे विधान सभा 389 शहर दक्षिणी की तो यहाँ भी कई समस्याओं ने पैर जमा रखा है। जाम,सीवर पानी आदि समस्याओं से जनता परेशान है। दालमंडी क्षेत्र में छः महीनो से सीवर और फटी पाइप लाइन के कारण इस क्षेत्र में आज भी पानी बहता रहता है आने जाने वाले बाइक सवार व महिलाये अकसर फिसलन के कारण गिर जाती है।
यहाँ के निवासी का कहना है की इस समस्या के कारण हम लोग बहुत परेशान है इससे रोजगार पर असर तो पड़ता ही है और राहगीरों को भी समस्या का सामना करना पड़ता है और इस समस्या से पैदा हुई गन्दगी के कारण मच्छर भी पनप गए है। वही दूसरी ओर चेतगंज हबीबपुरा क्षेत्र के निवासी भी आजकल पानी की समस्या से परेशान है पानी की अनियमित सप्लाइ व सरकारी नल से आ रहे गन्दे पानी की समस्या से यहाँ के निवासी जूझ रहे है। यहाँ के निवासियो का कहना है की यहाँ आजकल सरकारी नल से पानी नही आता और अगर पानी आता है तो पानी गन्दा और बदबूदार होता है।
इस समय जाम जैसी समस्या ने भी ज़िन्दगी की रफ़्तार को धीमा कर दिया है रेवड़ी तालाब पर अक्सर जाम के झाम में फँसे लोगो को जूझते देखा जा सकता है। यहाँ पर आये दिन जाम में धंटो लोग फंसे रहते है क्षेत्र के नागरिक अक्सर जाम को हटाने के जद्दोजहद करते नज़र आते है।सालो से चल रही इस समस्या का कोई समाधान निकलता नज़र नही आता। यू.पी.में चल रहे चुनावी माहोल में कई प्रत्याशी वादो का पिटारा लेकर जनता के सामना उतर चुके है पर शहर में पहले से ही मौज़ूद जनता की समस्याओ की सुध लेने वाला कोई नेता या अधिकारी नज़र नही आता।यहाँ तक की समस्या से सम्बंधित अधिकारी भी समस्या की सुध नही लेते है। तो शहर में पहले से मौज़ूद समस्याओं से रूबरू होती जनता को समस्याओ से छुटकारा दिलाये कौन ?