खागा – आचार संहिता उलंघन प्रकरण – डेढ़ माह बाद भी न कर सकी पुलिस कार्यवाही, कुछ पर्दादारी तो नहीं
खागा-फतेहपुर : नगर पंचायत परिसर स्थित मैरिज हाल में विगत 11 जनवरी की रात दवा करोबारी संगठन ने वार्षिकोत्सव के दौरान चुनाव आचार संहिता की धज्जियां उड़ाई थी। देर रात 11 बजे पुलिस ने मौके पर पहुंचकर नर्तकियों का डांस बंद कराते हुए उच्चाधिकारियों को इसकी सूचना दी थी।
टीवी चैनलों तथा अखबार के पन्नों में सुर्खियां बटोरने वाली खबर से संगठन के पदाधिकारी कुछ देर के लिए हड़बड़ा गए। हलांकि बाद में पुलिस की हौसलाफजाई से संगठन के लोगों ने राहत की सांस लेते हुए बाकायदा सीना चौड़ा करके काम-धंधा शुरु किया। पुलिस अधिकारियों ने पहले तो उक्त कार्यक्रम को धारा 144 के उल्लंघन के दायरे में रखा। जिम्मेदार पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों ने चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध कार्यवाही की बात कही। हलांकि दो दिन बाद ही मामला ठंडा पड़ गया। चाय पान कि दुकानों पर ाचर्चाओ का कहना है कि नोटों की हरियाली ने पुलिस के हाथ बांध दिए थे। कस्बे का मामला होने के बाद भी इस मामले की जांच दूसरे दरोगा को सौंपी गई। डेढ़ महीने का समय बीतने के बाद भी इस मसले में पुलिस कोई कार्यवाही नहीं तय कर सकी। कोतवाली के जिम्मेदार सब कुछ एक कमरे में हो रहा था, कहकर अपना पीछा छुड़ा रहे हैं। सवाल उठता है यदि बंद कमरे में कोई अपराध होता है तो क्या पुलिस उसे अपराध की श्रेणी में नहीं रखती है।