कलयुगी भाई ने भाई को उतारा मौत के घाट, चिता से पुलिस ने उठाया शव
मो आफताब फ़ारूक़ी
इलाहाबाद। एक समय था जब भाई के प्रेम और सम्मान में लोग अपनी जान तक दे देते थे. भरत ने राजगद्दी मिलने के बाद भी उसका सुख नहीं भोगा और भाई की खडाऊ को गद्दी पर रख कर शासन चलाया. भाई ज़मींन पर सोता था तो उसका सम्मान था कि छोटा भाई भरत ज़मीन के नीचे खड्डा करवाकर उनके चरणों में सोने का स्मरण कर सोता था. मगर आज ऐसा भी युग आ गया है जहा भाई भाई के खून का प्यासा हो गया है. ताज़ा मामला नगर के कोतवली थानान्तर्गत चकबहादुरगंज मोहल्ले में गुरूवार की सुबह शराब के नशे में दो सगे भाइयों में हुई मारपीट के दौरान एक की मौत हो गयी। हालांकि परिवार के लोग चुपचाव शव का अन्तिम संस्कार करने जा रहे थे। लेकिन सूचना पर सक्रिय हुई पुलिस ने दारागंज घाट से शव कब्जे में लेकर चीरघर भेज दिया। शहर के उक्त थाना क्षेत्र के चकबहादुरगंज निवासी साहेब 30 वर्ष पुत्र स्वर्गीय राम प्रसाद पांच भाई और सात बहनों में सबसे छोटा था। तीन बड़े भाइयों की शादी हो चुकी है। लेकिन चैथे नम्बर के आकाश और पांचवे नम्बर के साहेब आविवाहित है।
उक्त जानकारी देते हुए सबसे बड़े भाई पन्चमुखी ने बताया कि दोनों शराब पीने के आदी हो चुके है और आये दिन शराब पीकर मारपीट करते रहते थे। जिससे दोनों की शादी अभी नहीं हो हुई थी। दोनो की देखरेख तीनों भाई मिलकर करते है। गुरूवार की सुबह परिवार के सभी सदस्य अपने-अपने काम में व्यस्त थे। कहीं दोनों शराब पीकर घर पहुॅंचे और किसी बात को लेकर भिड़ गये। एक दूसरे से मारपीट होने लगी। इस दौरान साहेब आकाश र्को इंट मारकर घायल कर दिया और भागने लगा। भागते समय वह अचानक गिर गया और उसके सिर में चोंट लग गयी। हालांकि घायल होने के बाद उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल मंे उपचार के लिए ले जाया गया। जहाॅं साहेब को चिकित्सक ने मृत बताया। इसके बाद चुपचाप उसका शव लेकर घर आ गये और उसका अन्तिम संस्कार करने के लिए ले जा रहे थे कि इस दौरान किसी सौ नम्बर पर पुलिस को सूचना दे दिया कि अपने भाई की एक शराबी युवक ने हत्या कर दी है और चुपचाप उसका अन्तिम संस्कार करने के लिए दारागंज घाट ले गये। इस सूचना पर सक्रिय हुई कोतवाली पुलिस ने 100 नम्बर की पुलिस के सहयोग से दारागंज घाट से शव को कब्जे लेकर चीरघर भेज दिया। पुलिस कहना है कि हत्या की सूचना मिली थी। शव कब्जे में लेकर जाॅंच की जा रही है।