ये कहाँ आ गए हम, जहाँ मासूमों को भी नही बख्शा जाता
“छः वर्षीय मासूम हुयी दरिंदगी की शिकार, मथुरा के थाना रिफाइनरी की घटना”
रिपोर्ट- रवि पाल
मथुरा। एक तरफ़ जहाँ घर में पाँच-छः वर्ष की बच्ची को गोद से उतरने भी नहीं दिया जाता है, लेकिन वहीं इंसानियत को शर्मसार कर उनके साथ होती दुष्कर्म की घटनाओं से ह्रदय काँप उठता है। आखिर ये क्या हो गया है इस समाज को? वो कौन से विकार हैं, क्या कारण हैं? जिस वजह से हमारे समाज में ऐसी मानसिकता पनप रही है, जो इसको दीमग की तरह खोखला किये दे रही है।
जिसके कारण ये हैवानियत विकराल रूप धारण करती जा रही है। मथुरा में थाना रिफाइनरी क्षेत्र के गाँव छड़गाँव में भी ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है, जहाँ एक छः वर्षीय मासूम को दरिंदगी का शिकार बना लिया गया। बता दें कि गाँव का ही एक युवक गन्दी नियत से मासूम को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया। मामले में पीड़िता के परिजनों का कहना है कि बच्ची के साथ उक्त युवक ने दुष्कर्म किया है, वहीं पुलिस घटना को छेड़-छाड़ बता रही है। पीड़िता के परिजनों ने थाने में घटना की नामजद तहरीर दी है।
“मेडिकल जाँच की रिपोर्ट आने के बाद ही घटना स्पष्ट हो सकेगी। उसी के आधार पर संबंधित कार्यवाही की जायेगी।”
– कमलेश सिंह, प्रभारी निरीक्षक रिफाइनरी