तीन साल से दिखाए गए सपने बनारस इसका सबसे बड़ा नमुना है : गुलाम नबी आजाद
जावेद अंसारी
वाराणसी।अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के उत्तर प्रदेश प्रभारी महासचिव तथा राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि हिन्दू और मुसलमान का भाईचारा बनारस की संस्कृति का ताना-बाना है।उस ताने बाने को संकीर्ण सोच पर टिकी चारदीवारियों राजनीति तोड़ नहीं सकेगी।ऐसा कुछ भी अनसुना करना और सारी अवाम के फायदे के शुद्ध राजनीतिक सवालों पर सोच विचार कर फैसला लेना जरूरी है।
आज शहर के कैंट,दक्षिणी और उत्तरी विधानसभा क्षेत्रों में बजरडीहा, नेशनल इंटर कालेज और बूनकर मार्केट की जनसभाओं को सम्बोधित करते हुए श्री आजाद ने कहा बीजेपी का पूरा चुनाव अभियान झूठ की बुनियाद पर खड़ा है क्योंकि जूमलों से सत्ता पाई और सत्ता का प्रयोग आम आदमी की जगह खास लोगों के नफे के लिए किया।तीन साल से दिखाये गये सपनों के जमीन पर उतरने की बाट जोहता बनारस इसका सबसे बड़ा नमूना है।बनारस की तरक्की और उसकी गंगाजमुनी तहजीब की हिफाजत के लिए अब आखिलेश यादव की रहनुमाई में कांग्रेस और सपा की सरकार का कोई भरोसेमंद विकल्प नहीं है और इसीलिए जनता उसे खुले मन से समर्थन दे रही है।
उन्होंने कहाकि प्रधानमंत्री मोदी जी झूठ की किस्सागोई से लोगों को आब भरमा नहीं सकते।लोगों को उनकी निराशा से पैदा सवालों के जबाब चाहिए।कितनी तीखी बातें हों बर्दाश्त करिये और अपने जायज सवाल करते रहिये कि क्योटो कहां है, रोजगार और कालेधन का क्या हुआ, नोटबंदी की मार से आम आदमी की बेहाली का हिंसाब कौन करेगा, किसान और बुनकर तबाह है,लेकिन कर्ज माफ पूंजीपतियों के होते है क्यों वगैरह?