कानपुर — तीन सीटो पर मिली शिकस्त के बावज़ूद –भाजपा ने रचा इतिहास

कानपुर नगर, उत्तर प्रदेश की राजनीति में विधानसभा चुनाव 2017 इतिहास बन चुका है। यह चुनाव भारत के राजनीति के इतिहास में प्रचण्ड बहुमत के लिए हमेशा याद किया जायेगा। वहीं सपा के अखिलेश यादव तो कांग्रेस के राहुल गांधी तथा बसपा सुप्रीमों मायावती की असफलता पर उनके राजनीतिक कैरियर पर सवाल भी खडा है। भाजपा को मिली भारी सफलता अब उत्तर प्रदेश के साथ भारत की राजनीत की भी दिशा और दशा तय करेगी।
उत्तर प्रदेश में भाजपा की इस जीत को बडी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्यों कि इतनी बडी जीत तो उन्हे उस समय भी नही मिली थी जब देश में राम मंदिर की लहर थी। उस समय का जनादेश भाजपा के लिए सबसे बडा जनादेश था, लेकिन कल शनिवार को भाजपा ने उसको भी तोड दिया।
उत्तर प्रदेश में जिस प्रकार से भाजपा को अपार जन समर्थन मिला उससे दूसरे दलो का मनोबल गिरा है। जानकारों की माने तो भारतीय जनता पार्टी ने विभिन्न जातिगत वोट  को जिस तरह अपने साथ जोडा और अन्य पार्टियों के वोटबैंक में सेंध लगाई वह कमाल की सोशल इंजीनियरिंग थी। वहीं मुस्लिम महिला वोट का भी बडा हाथ इस जीत में माना जा रहा है। फिलहाल स्थिति जो भी हो लेकिन इस बार उत्तर प्रदेश में भाजपा की जीत ने सभी दलों की नींद उडा दी है। जिस प्रकार पूर्व में जनता द्वारा इंदिरा जी पर भरोसा देखने को मिला था वहीं भरोसा अब लोगों का मोदी पर बन चुका है। जिस प्रकार से जमीनी स्तर पर काम करके भाजपा की मशीनरी ने विभिन्न जातियों को अपने विश्वास में लिया वो उनके लिए काम कर गया। वहीं दूसरी ओर समाजवादी पार्टी जो खासतौर पर एक जाति वोट बैंक पर आधिरत है इस बार पार्टी में मची आतंरिक कलह का भी पूरा फायदा भाजपा को प्राप्त हुआ और एसी ही कुछ स्थित बसपा की भी रही। भाजपा ने इस वर्ष आरएसएस के उस सपने को भी पूरा कर दिया, जिसमें वो सोशल इंजीनियरिंग के तहत अगडों और दलितों को साथ लाना चाहते थे। वैसे लोकतंत्र की सेहत के लिए एक मजबूत विपक्ष की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है लेकिन अब स्थिति यह कि पूरा विपक्ष न के समान हो चुका है।
 कानपुर में बीजेपी की जबरदस्त सफलता पर बीजेपी की महिला कार्यकर्ता सुबह से ही उत्साहित दिखायी दी और महिला कार्यकर्ताओं ने जमकर भांगडा डांस कर केसरिया गुलाल उडाकर होली से पहले होली मनायी। शाम होते-होते सडकों पर जश्न मनाया जाने लगा। वहीं बीजेपी के समर्थक और जनता ने भी जगह-जगह जमकर आतिशबाजी की और मिठाई बांटी। बीजेपी के विनोद गुप्ता ने कहा कि इस बार प्रदेश में मोदी सरकार बनने को लेकर होली के एक दिन पहले ही हम लोगों ने होली मनाई है और सभी कार्यकर्ता खुशी से झूम रहें है।

—-सुबह शुरू हुआ मतगणना का कार्य—-


कल 11 मार्च को उ0प्र0 में विधानसभा चुनाव के मतगणना का कार्य कडी सरुक्षा के बीच शुरू हुआ। सबसे पहले बैलेट पेपर की गिनती की गयी। बैलेट पेपरों की गणना में बीजेपी प्रत्याशियों के बढत से बीजेपी समर्थकों में उत्साह भी बढता है। नौबस्ता स्थितगल्ला मंडी में पहले सुरक्षा के बीच वैलेट पेपरों को निकाला गया और मतगणना का कार्य शुरू हुआ। प्रत्याशियों के वालंटियरों के सामने खेले गऐ बैलेट पेपरों को सबसे पहले एकत्र किए और गिनती शुरू की गयी। मतगणना कार्मिकों द्वारा की गयी बैलेट पेपरों की गिरनती में सपा, बसपा व कांग्रेस पार्टियों के प्रत्याशियों पर बीजेपी प्रत्याशियों की बढत देखी गयी। हालांकि बैलेट पेपर के बाद इ्रवीएम मशीनों की गिनती के बाद ही सभी दलों के प्रत्याशियों के बीच कडी टक्कर देखी गयी। बैलेट पेपरों की गिनती किदवई नगर से बीजेपी प्रत्याी ने बढत बनाई वहीं कल्याणपुर से नीलिमा कटिया ने शुरू से ही बढत बनायी। इसके साथ ही महाराजपुर विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्शी सतीश महाना ने पहले से ही बढत बना ली। कानपुर देहात का भी नाजरा ऐसा ही रहा, यहां भी बीजेपी के प्रत्याशियों ने बढत बनाये रखी।

—–तीसरे राउंड की कांउटिंग में 10 मे 7 पर थी भाजपा आगे—-

नगर की 10 विधानसभा सीटों पर मतगणना के तीसरे राउंड तक बीजेपी ने सात सीटों पर बढत बनाये रखी। वहीं बढत को देखते हुए पार्टी के कार्यकर्ता उत्साह से लबरेज दिख रहे थे। विपक्षी दलों के प्रत्याशियों में लीड का अंतर होने से उनके चेहरे पर मायूसी साम झलक रही थी। पहले ही राउंड से बढत की शुरूआत लगातार बने रहने सपा, बसपा व कांग्रेस हित निर्दलीय प्रत्याशियों की बेचैनी को बढा दिया। आलम यह रहा कि कुछ प्रत्याशी तो बीजेपी उम्मीदवारों की लीड बढती देख खिसक गऐ।  
बॉक्स में-

  ——-सेकुलरवादी के मुंह पर जनता का तमाचा- मैथानी——-

जैसे जैसे मतगणना का समय बीत रहा था वैसे-वैसे भाजपईयों  की मेंज पर जबरदस्त उत्साह बढता देखा गया और भगवाधारी गदगद हो गये। जैसे जैसे बढत बढती गयी वैसे वैसे भाजपाईयों ने मिष्ठान की व्यवस्था कर ली। भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र मैथानी ने बताया कि पांच कुंतल ठग्गू के लडडू बनने का ऑर्डन भी दिया गया है। मैथानी ने कहा कि यह जनता की जीत है और तथाकथित सेकुलरवादी के मुंह पर जनता का तमाचा है।

—–गठबंधन ने भाजपा के दो सिटिंग विधायको को दी पटखनी—-


11 मार्च कांग्रेस सपा ने जिस समाजिक ताना बाना से गठबंधन किया था, वह तो प्रदेश में सफली नही हो सकी लेकिन कानपुर में मोदी की सुनामी के बावजूद गठबंधन भाजपा के दो सिटिंग विधायकों को पटखनी देने में कामयाब रहा। इसी के चलते गठबंधन के नेता अपने को बहुत राहतभरा महसूस कर रहे है।
शहर से कैंट विधानसभा में लगातार दह बार से कमल खिलता आ रहा। यह अलग बात है कि पिछली बार परिसीमन के चलते यहां से पांच बार के विधायक सतीश महाना महाराजपुर सीट पर अपना भासग्य अजमाया और जीत दर्ज की थी। जिसके बाद इस सीट से रघुनंदन भदौरिया ने पार्टी की कमान संभाली। यही हाल पडोसी सीट आर्यनगर सिटिंग विधायक सलिल विश्नोई का रहा जो तीन बार विधायक बने, लेकिन प्रधनमंत्री की सुनामी में यह दोनो ही विधायक किनारे रह गये और जीत का सेहरा गठबंधन के सिर जा पहुंचा। 
1- कैंट विधानसभा–सुहैल अंसारी (कांग्रेस) 80862 वोट मिले, रघुनन्दन भदौरिया (बीजेपी) 71152 वोट मिले यहाँ कांग्रेस – 9710 से जीत हासिल की । 
2 – गोविंदनगर विधानसभा–सत्यदेव पचौरी (बीजेपी) 111033 वोट मिले, अम्बुज शुक्ल (कांग्रेस) 39975 वोट मिले यहाँ से बीजेपी – 71058 से जीत हासिल की । 
3 – सीसामऊ विधानसभा–इरफ़ान सोलंकी (सपा) 72509 वोट मिले , सुरेश अवस्थी (बीजेपी) 66697 वोट मिले यहाँ से सपा से  – 5812 से जीत हासिल  की ।
4 – आर्यनगर विधानसभा –अमिताभ बाजपाई (सपा) 70626 वोट मिले यहाँ तीन बार विधायक रहे सलिल विश्नोई (बीजेपी) 64897 वोट मिले जिन्हें करारी हुए सपा – 5729 से जीत दर्ज की । 
5 – घाटमपुर विधानसभा–कमलारानी वरुण (बीजेपी) 92776 वोट मिले वहीँ  (बसपा) से सरोज कुरील 47598 वोट मिले यहाँ भी बीजेपी ने – 45178 मतों से जीत आने पाले में दर्ज की ।  
6 – बिठूर विधानसभा — कांग्रेस के ग्रामीण जिलाध्यक्ष पद  को छोड़ कर(बीजेपी) का दामन थामने वाले अभिजीत सांगा को 113024 वोट मिले और सपा के खाते  वाली बिठूर विधानसभा पुराने दिग्गज मुनींद्र शुक्ला (सपा) 54020 वोट प्राप्त किये जिन्हें यहाँ हराकर  बीजेपी – 59004 से यह सीट जीती। 
7 – कल्याणपुर विधानसभा – अपनी माँ प्रेम लता कटियार की सीट से पहली बार चुनाव मैदान में उत री नीलमा कटियार (बीजेपी) 85402 पाकर  जिहोने  सपा के बर्तमान विधायक सतीश निगम (सपा) 61921 वोट मिले  । को बीजेपी – 23481 से जीत दर्ज की  । 
8 – बिल्हौर विधानसभा –भगवती सागर (बीजेपी) को यहाँ 102104 वोट मिले व अपने प्रतिद्वंदी कमलेश दिवाकर (बसपा ) 70957 वोट पाने वाले को हराकर बीजेपी – 31147 से जीत दर्ज की है । 
9 – किदवई नगर विधानसभा— नगर की सबसे अहम् सीट मने जाने वाली किदवई नगर विधन सभा में (बीजेपी) के महेश त्रिवेदी  110314 प्राप्त कर ,(कांग्रेस) से तीन बार विधायक अजय कपूर 76439 वोट प्राप्त किये । यहाँ भी यहाँ भी बीजेपी – 33 875 से जीत दर्ज की । 
10 – महाराजपुर विधानसभा —सतीश महाना (बीजेपी) ने सपा से अरुणा तोमर (सपा)
 को हराकर –  अपनी जीत  दर्ज की ।  
बीजेपी का गढ़ मानी जाने वाली २ सीटों पर मिली भाजपा को करारी हार  आर्यनगर से मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बेहद करीबी अमिताभ बाजपेयी ने सलिल विशनोई को 5729 वोटो के अंतर से हराया। इसी तरह कैंट से कांग्रेस प्रत्याशी सुहैल अंसारी ने रघुनंदन सिंह भदौरिया को 9710 वोटो से मात दी। इन दोनो सीटों पर गठबंधन की जीत से दोनो ही पार्टियों के नेता काफी राहत महसूस कर रहे है। हालांकि भाजपा की इस भारी जीत से गठबंधन नेताओ ने एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप करने में भी कोई कसर नही छोडी।

   —–जीते प्रत्याशी—-


कल्यानपुर से भाजपा प्रत्याशी नीलमा कटियार ने शुरू से ही बढत बनाये रखी जो अंत तक जारी ही और उन्होने इस विधानसभा सीट पर कब्जा कर लिया। किदवई नगर सीट से भाजपा के महेश त्रिवेदी ने अपने निकतम प्रतिद्धंदी अजय कपूर को हराकर जीत हासिल की। गोविनछ नगर से भाजपा के ही प्रत्याशी और वरिष्ठ नेता सत्यदेव पचौरी ने कांग्रेस के अंबुज शुक्ला को हराकर जीत दर्ज री। वहीं घाटमपुर विधान सभा से भाजपा की कमला रानी ने बसपा के सरोज को पछाड जीत पाई। कांग्रेस से भाजपा में आये बिठूर विधानसभा प्रत्याशी अभिजीत सिंह सांगा पर भरोसा कर भाजपा ने कोई गलती नही की। यह सीट भाजपा के अभिजीत सिंह सांगा ने जीती। महाराजपुर से भाजपा के कददावर नेता सतीश महाना ने भी जीत हासिल की।

    —–हारे प्रत्याशी—-
जहां एक ओर भाजपा ने शहर की सीटो पर जीत दर्ज करी तो वहीं तीन विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशियों को हार का मुंह देखना पडा। सीसामऊ विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी सुरेश अवस्थी को इस बार हार का मुंह देखना पडा है। उन्हे समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी इरफान सोलंकी ने हराया। वहीं मुख्यमंत्री के करीबियो में माने जाने वाले आर्य नगर विधानसभा प्रत्याशी अमिताभ बाजपेयी ने भाजपा के जान माने विधायक और बडे नेता सलिल विश्नोई को पटकनी दी। वहीं कैंट विधानसभा में भी इस बार भाजपा को निराश होना पडा है। यहां से कांग्रेस के सोहेल अंसारी ने भाजपा प्रत्याशी रघुनन्दन सिंह भदौरिया को करारी शिकस्त दी। दूसरी तरफ किदवई नगर विधान सभा के कांग्रेस के जाने माने बडे नेता अजय कपूर को हार का मुंह देखना पडा। यहां भाजपा के सत्यदेव पचौरी ने उन्हे हाराया।

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