बलिया के लाल ने अपनी ईमानदारी का झंडा लखीमपुर (खीरी) में गाडा
लखीमपुर( खीरी)
ना बाप बड़ा ना भैय्या सबसे बड़ा रुपैय्या। जी हां इस मिसाल को झूठा साबित कर दिखाया बलिया शहर से आए एक नौजवान ने जिसने अपना ईमानदारी का परिचय देते हुए एक मिसाल कायम कर सभी का दिल जीत लिया ।जी हाँ हम बात कर रहें हैं एक नौजवान गौरव शुक्ला की जो बलिया शहर से कुछ काम से लखीमपुर आया हुआ था जहाँ उसे कुछ आवश्यक चीजों के खरीदने की आवश्यकता पड़ी तो उसने एक बैक के ATM से पैसा निकालने के लिए गया जहाँ उसको ए टी एम के अंदर ही दस हजार रूपये पड़े हुए मिले जिसमें दो दो हजार के 5 नोट थे।
गौरव ने अपनी ईमानदारी का परिचय देते हुए उसने सारे रुपए सदर कोतवली में पहुचकर ASP DN चौधरी को सौप दिया।