क्या फिर खुलेगी रामबाबू हत्याकांड की फाइल
अनन्त कुशवाहा
यूपी मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ का जिले से गहरा संबंध रहा है। अपने संगठन हिन्दू युवा वाहिनी व विश्व हिन्दू महासंघ को धार देने के लिए उनका जिले में जब भी कार्यक्रम लगा, कार्यकर्ताओं व समर्थकों का भारी हुजूम उमड़ा। अपनी कट्टर हिन्दूवादी छवि के लिए जाने, जाने वाले योगी को देखने के लिए हिन्दू समुदाय का बच्चा-बच्चा बेताब रहता था। कई बार तो जिला प्रशासन ने उनकी जनसभाओं को एैन वक्त पर रदद करा दिया। योगी आदित्य नाथ ने टाण्डा के रामबाबू गुप्ता को अपने संगठन हिन्दू युवा वाहिनी से जोड़कर टाण्डा में हिन्दू समुदाय को एकजुट करने का प्रयास शुरू किया था। इसी बीच रामबाबू गुप्ता की हत्या हो जाने पर योगी आदित्य नाथ को बड़ा झटका लगा था। हत्या की घटना के बाद योगी द्वारा टाण्डा आने का ऐलान कर दिये जाने के कारण जिला प्रशासन पूरी तरह से चैकन्ना हो गया था। जिले से लगने वाली बस्ती, संतकबीरनगर व गोरखपुर की सीमा पर योगी को रोकने की पूरी तैयारी कर ली गयी थी। प्रशासन को आशंका थी कि आक्रामक तेवरों वाले योगी के टाण्डा पहुंचने पर हालात को नियंत्रण में रख पाना आसान नहीं होगा। बाद में योगी आदित्य नाथ को टाण्डा की घटना को लेकर जिला मुख्यालय पर जनसभा करनी पड़ी थी। इस जनसभा में उन्होने तत्कालीन सपा विधायक अजीमुलहक पहलवान के साथ-साथ सपा सरकार व जिला प्रशासन को जमकर ललकारा था। नौ महीने बाद ही राममोहन गुप्ता की हत्या हो जाने के बाद योगी आदित्य नाथ ने फिर से हुंकार भरी। हालांकि सत्ता के प्रभाव में नामजद विधायक अजीमुलहक पहलवान साफ-साफ बच गये। हालात सामान्य होने पर योगी ने स्व0 रामबाबू गुप्ता के घर जाकर उनके परिजनों को सांत्वना दी थी। साथ ही उन्हे न्याय दिलाने का पूरा भरोसा दिलाया था। यहीं नहीं, योगी आदित्य नाथ ने रामबाबू हत्याकांड को लोकसभा में उठाकर प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा किया था। मौजूदा विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होने कटेहरी व आलापुर विधानसभा क्षेत्र में जनसभा की थी जबकि टाण्डा विधानसभा क्षेत्र मंे उनकी जनसभा की अनुमति प्रशासन ने अंतिम समय में निरस्त कर दी थी। योगी आदित्य नाथ ने जिले में अपने संगठन को आगे बढाने के लिए काफी महत्व दिया। सूर्यमणि यादव के हाथों में हिन्दू युवा वाहिनी की कमान सौंपने के बाद उनका यह संगठन काफी मुखर हो गया था लेकिन सूर्यमणि की समाज विरोधी गतिविधियों के कारण उन्हे जेल की हवा खानी पड़ी। योगी ने जेल में जाकर सूर्यमणि से मुलाकात की थी। विश्व हिन्दू महासंघ की कमान उन्होने दलित वर्ग के रामसिंगार गौतम को सौंप रखी है जो पूरे जिले में हिन्दू अस्मिता की रक्षा के लिए संघर्षरत देखे जाते है। संभवतः यहीं कारण है कि योगी को सीएम बनाये जाने का ऐलान होते ही जिले के विभिन्न अंचलों में कार्यकर्ताओं ने होली और दीवाली एक साथ मनायी।
विधायक को मिली थी क्लीन चिट
अम्बेडकरनगर। रामबाबू व राममोहन हत्याकांड में नामजद रहे विधायक अजीमुलहक पहलवान को पुलिस ने क्लीन चिट भले ही दे दिया हो लेकिन भाजपा की नई सरकार के मुखिया द्वारा इन घटनाओं के बाद दिये गये बयानों पर यदि गौर किया जाये तो सियासी गलियारों में यह माना जा रहा है कि इस घटना से जुड़ी फाइल दोबारा खुल सकती है। जाहिर है कि यदि घटना की फाइल दोबारा खोली गयी तो यह निवर्तमान विधायक के लिए परेशानी भरा साबित हो सकता है।