बलिया की बेटी आराध्य ने बजाया फिल्म जगत ने शहर का डंका
(सी.पी. सिंह विसेन)
बलिया:- कहावत है कि गुदरी मे लाल छिपल बा यह कहावत कही जाती है। लेकिन देखा जाय तो उसे कोई साबित नही कर पाता। वाकई बालिया की माटी मे गुदरी का लाल बलिया ही नही देश की राजधानी दिल्ली तक अपनी छाप छोड़ने मे पिछे नही है।फिल्मी जगत मे भी बलिया की अराध्या भारतीय ने राजधानी मे डंका पीट बलिया का नाम रोशन किया है। बलिया जनपद के सिकन्दरपुर तहसील के छोटे से गांव दादर मे अराध्या का आना जाना कम रहा होगा। लेकिन यहा की मिट्टी से उसे प्यार है। जिसे वह सपने मे स्मरण रखती है। बाबा भृगु मूनी की तपोस्थली बलिया भोजपुरी भाषा की मिठास पुरी दुनिया मे कायम है। जिसकी एक झलक पाने को लोग बेताब दिखाई देते है। उसका वर्णन करना मुशकिल हो जाता है।
अराध्या भारतीय की कला देखे तो विभिन्न प्रकार के हिन्दी एलबम चाहत तेरे प्यार की -मे हीरोइन की मुख्य भुमिका, शार्ट मुवी मे रिसेप्शन टेबल का काम डीडी राजस्थान चैनल पर जारी सीरियल सावधान तान्त्रिक , सुट हो चुकी फिल्म मां, तथा वर्तमान समय मे धारावाहिक की शूटिंग जगदम्बा तेरे रुप अनेक मे चुलबुली का रोल उसके अनेक कलाओ के एक्सन मुलत: युवाओं की नीद चुरा लेने वाली प्रतीत होती है। लगभग 22वर्षीय अराध्या भारतीय की माने तो एम बीए की शिक्षा पुर्ण करने के दौरान उसका दिलो दिमाग फिल्म इण्डस्ट्रीज की ओर बढ़ गया।
वैसे उसकी रुचि बचपन से ही टीवी सीरियल व सिनेमा हालो मे फिल्म देखने के बाद बढ़ी थी उसका फोकस न सिर्फ लोगो के मनोरंजन के लिये रहा बल्कि उसकी सोच उंची उड़ान तक पहुचने के लिये जारी है। नई दिल्ली के गोधूलि ब्राडकास्ट मीडिया प्रा ली कसाना फिल्म इन्डट्रीज के प्रोडयूसर व डाइरेक्टर डी एस कसाना के सानिध्य मे कार्य करने का मौका मिला। जिसका एहसान वह जिन्दगी भर नही भुलेगी।रह गयी बलिया व यहा के मिट्टी की बात तो उसने कहा कि मै बलिया की माटी व खुन हू मेरे परिजन आज भी बलिया के दादर गांव मे निवास करते है। यह अलग बात है। कि मेरी पैदाइश व शिक्षा-दिक्षा दिल्ली मे हुई है। उसका कहना है कि मुझे बलिया की मिट्टी से प्यार है अौर जीवन भर रहेगा।