जानिये किन कारणों से भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण है ‘8 अप्रैल’ का दिन
करिश्मा अग्रवाल (विशेष संवाददाता)
8 अप्रैल की तारीख इतिहास में बहुत महत्त्व रखती है क्योंकि इस दिन इतिहास में कई महत्वपूर्ण घटनाएं घटित हुई हैं।जिनमें से कुछ प्रमुख का उल्लेख यहाँ किया जा रहा है :
क्रांतिकारी मंगल पांडे को दी गई फाँसी:
सन 1857 में 8 अप्रैल के ही दिन,ब्रिटिश भारत की बैरकपुर रेजीमेंट के सिपाही और महान क्रांतिकारी मंगल पांडेय को फौजी अनुशासन भंग करने और हत्या करने के अपराध में फांसी दी गई थी।
बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय की पुण्यतिथि:
8 अप्रैल( 1894 )को भारत के राष्ट्रीय गीत बंदे मातरम् के रचयिता बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय की पुण्यतिथि होती है।
भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त ने दिल्ली असेंबली में फेंका था बम :
1929 में 8 अप्रैल के ही के दिन क्रांतिकारी भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त ने दिल्ली असेंबली में बम फेंका था।
हुआ था लियाक़त -नेहरू समझौता:
1950 में 8 अप्रैल के ही दिन भारत-पाकिस्तान विभाजन के बाद भारत और पाकिस्तान ने अपने- अपने देशों में रह रहे अल्पसंख्यकों के अधिकारों को सुरक्षित करने और भविष्य में दोनों देशों के बीच युद्ध की संभावनाओं को ख़त्म करने के मकसद से समझौता किया था,जो इतिहास में नेहरू लियाक़त समझौते के नाम से जाना जाता है।भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री लियाक़त अली खान ने इस समझौते पर हस्ताक्षर (8 अप्रैल को) किये थे।