खौफ के साये मे जिंदगी जी रहा परिवार
जब घरवालों ने एस.एस.पी.और एस ओ.को सूचना की उन्होने कहा था। आप रुपये लेकर चले जाओ हमारे जाने से भगवान सिंह के जान को खतरा हो सकता है। हम तुम पर नजर रखेगे। परिजन रात 9 बजे जंगल मे रुपये लेकर पहुँच गये।वहाँ 20.-25 हथियर लेस बदमाश पूरे जंगल को घेर लिए थे। फिरौती.की रकम 15 लाख मिलने के बाद भगवान सिंह को छोड़ दिया गया। लेखापाल के पद से रिटायर्ड भगवान सिंह का कहना है. 1 माह डकैतो के बीच मे रहा जहाँ मेरे को उनकी आपस की बात से पता चला मेरे भाई ओमप्रकाश भतिजा विनोद और जगदीश ने डकैतो से मिल कर. 5 लाख रू.मे मेरी हत्या की साजिश रची है लेकिन ओमप्रकाश के द्वारा पाँच लाख डकैतो को नही भेजे गये।इस लिए फिरौती 15 लाख लेकर मेरे को छोड़ दिया गया बाद मे जगदीश को जेल भेज दिया गया ओमप्रकाश और विनोद जो मुख्य आरोपी है फरार है । जब भी कोई आहट होती है मै और मेरी पत्नी डर जाते है हर वक्त डर लगा रहता है।मन के अंदर खौफ बैठा है जिस दिन ओमप्रकाश .विनोद कानून की गिरफ्त मे होगें। उस दिन चैन की जिंदगी होगी पत्रकार रवि बघेल.योग्यता.कैमरामेन आशिफ के साथ