पोस्टमार्टम के दौरान उजागर हुई पुलिस की लापरवाही
मो आफ़ताब फारूकी
इलाहाबाद। खीरी थाना क्षेत्र के पालपट्टी गांव में रविवार की सुबह एक इण्टर की ने संदिग्ध परिस्थिति में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया। सोमवार को जब पोस्ट मार्टम के लिए चिकित्सक पहुंचा तो देखा उसके बाये पैर के घुअने के नीचे कुछ लिखा है। जिसे देख तत्काल पोस्ट मार्टम रोकर फोटो ग्राफर को बुलाया और उक्त पोस्ट मार्टम की वीडियोग्राफी कराते हुए पोस्ट मार्टम कराया।
जानकारी के अनुसार खीरी थाना क्षेत्र के पालपट्टी गांव निवासी रामसुचित की 17 वर्षीय पुत्री कल्पना देवी रविवार की सुबह संदिग्ध परिस्थिति में बल्ली में दुपट्टे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया। सोमवार को जब पोस्ट मार्टम के लिए चिकित्सक पहुंचा तो देखा उसके बाये पैर के घुअने के नीचे ‘‘मेरी मौत का कारण रंगूलाल और उसकी पत्नी’’ लिखा है। जिसे देख तत्काल पोस्टमार्टम रोकर फोटो ग्राफर को बुलाया और उक्त पोस्ट मार्टम की वीडियोग्राफी करायी। जब चिकित्सकों ने परिजनों से पूंछा की रंगूलाल कौन है तो मृतिका के भाई नीरज ने बताया कि रंगूलाल मृतिका का चाचा है। यदि पुलिस पंचनामें के समय किसी महिला पुलिस की मदद लेती तो यह बड़ी चूक न होती।