क्या सत्ता के नशे में चूर है स्वच्छता की ब्रांड अम्बेसडर डॉ ऋतू गर्ग, प्रशासन नहीं सुन रहा पीडितो की फरियाद.
छात्राओ ने किया जम कर विरोध प्रदर्शन
डॉ ऋतू गर्ग पर धोखाधड़ी का आरोप
नहीं सुन रहा जिला प्रशासन – पीड़ित छात्र/छात्राये
वीनस दीक्षित
वाराणसी। आज पराड़कर भवन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए डॉक्टर रितु गर्ग ने सीधा इलज़ाम छात्राओं पर लगाया कि 2 या 3 लोग इनको मेरे खिलाफ उकसा रहे तो क्या रितु गर्ग सही है और जो सैकड़ो की संख्या में छात्र -छात्रायें अपने हक़ के लिए सड़क पर उतर गए है वो गलत । पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में उन्हें न्याय की जगह धमकियां मिल रही तब ऐसे में वाराणसी प्रशासन क्यों कुम्भकर्णी नींद सो रहा है यह एक बड़ा प्रश्न वाराणसी में आज खड़ा दिख रहा है। इसी बीच डॉक्टर साहिबा ने गलती से बोल दिया की मैं जो चाहूगी वही मीडिया करेगी। तब ऐसे लोगो के बड़ बोलेपन का जबाब देना मीडियाकर्मियों को भी जरूरी हो गया, जिसका मीडियाकर्मियों ने भी करारा जवाब दिया जवाब भी ऐसा कि ब्रांड अम्बेसडर मैडम की बोलती बंद हो गयी।
सैकड़ों छात्राओं के भविष्य से खिलवाड़ करने का आरोप झेल रही डॉक्टर रितु गर्ग के खिलाफ विरोध बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को मीडिया के सामने सफाई देने पहुंची रितु गर्ग को छात्राओं के विरोध का भी सामना करना पड़ा। जिस वक्त वह पराड़कर भवन में आरोपों का जवाब दे रही थी, उसी वक्त नीचे सैकड़ों छात्राएं इंसाफ के लिए आवाज बुलंद करने लगी । पराड़कर भवन के नीचे लगभग दो घंटे तक हाईवोल्टेज ड्रामा चलता रहा। आलम ये था कि छात्राओं के हंगामे से डरी रितु गर्ग नीचे उतरने की हिम्मत नहीं जुटा सकी।
हंगामा कर रही छात्राओं ने रितु गर्ग के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रही है। छात्राओं का आरोप था कि रितु गर्ग ने उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। डिग्री के नाम पर उनके साथ धोखेबाजी हुई है। छात्राओं के तेवर को देख मौके पर पुलिस भी बुलानी पड़ी। हंगामे के कारण रितु गर्ग पराड़कर भवन में ही बंधक बनी रही। वहीं छात्राएं हटने को तैयार नहीं हो रही थी। बाद में छात्राओं ने पराड़कर भवन की तलाशी ली लेकिन तब तक रितु गर्ग पत्राकारों से भी निगाहें छुपाकर ओझल हो गयी।