निघासन – साहेब ऐसे सब पढेगे और सब बढ़ेगे क्या ?
फारूख हुसैन /बी एल राज गुप्ता
लखीमपुर खीरी// निघासन सब पढे सब बढे सर्व शिक्षा अभियान के तहत दिया गया यह नारा मात्र यहां हवा-हवाई ही दिखाई दे रहा हैं। शिक्षा विभाग की शह पर नौनिहालों को पढाने के बजाय अपने-अपने घरों पर रहकर मास्टर साहब मौज मस्ती में लगे हैं ओर पूरे माह का पाउना भरकर उन्हें तय कमीशन पर सैलरी भी दी जा रही यही नहीं एडवांस में अवकाश का प्रार्थना-पत्र भी विद्यालय में पहले से रख दिया जाता हैं। ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया हैं।
क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय जीतपुरवा में करीब एक सौ बीस बच्चों पर यहां एक महिला सहित कुल चार शिक्षकों की तैनाती हैं। क्षेत्रिय चर्चाओ को आधार माने तो उनमें से दो शिक्षक आशीष कुमार व धर्मवीर सिंह अधिकतर अपने घरों पर ही रहते हैं। जबकि एडवांस में विघालय के अध्यापक उपस्थित रजिस्टर में अवकाश प्रार्थना पत्र पहले से रख दिया जाता हैं। इस बात का कई बार ग्रामीणों ने विरोध भी किया लेकिन उन शिक्षकों के ऊपर कोई फर्क पडता दिखाई नहीं दिया। सुधार न होता देख यहां के अधिकांश अभिभावक अपने नौनिहालों को हटाकर निघासन संचालित निजी विघायलों का रूख अपना लिया हैं। दिन ब दिन इस सरकारी विद्यालय में बच्चों की संख्या बढने के बजाय घटती जा रही हैं। यदि ऐसा ही रहा तो वह दिन दूर नही कि यह विद्यालय बच्चों विहीन हो जायेगा।
इस बारे में खण्डशिक्षा अधिकारी सुनील कुमार ने बताया कि इस विद्यालय में पहले शिक्षकों को कारण बताओं नोटिस जारी की जा चूकी हैं। इसमें जो भी शिक्षक दोषी पाया गया उसके खिलाफ विभागिय कार्यवाई की जायेगी।
यथार्थ सत्य