बहराइच : बिजली विभाग की लपरवाही से दो बेटों की मौत के बाद न्याय की आस में पीड़ित परिववार
जंहा एक हस्ते खेलते परिवार को किसी की बुरी नजर लग गई जिससे 4 वर्षों में हस्ता खेलता परिवार बिखर गया आपको बता दे की ये नज़र किसी और की नही बल्कि बिजली विभाग की लगी जिससे की राजापुर माफ़ी ग्राम में रहने वाले दो भाइयों की जिन्दगी कब मौत में बदल गयी ये किसी ने नही सोचा था ! मृतक के बूढ़े पिता के अनुसार उनके बड़े बेटे की मौत आज से 4 साल पहले बिजली विभाग की लापरवाही से हुई थी जब वो झिगहाघाट स्थित बिजली के खम्बे पर काम कर रहा था की तभी सबस्टेशन बसीरगंज से लाइन शुरू कर दी गयी जिससे उसकी मौत लाइन पर ही हो गयी ! उनके बड़े बेटे की मौत के बाद परिवार में एक बुढा बाप, एक छोटा भाई ,मृतक की विधवा पत्नी तथा उसके छोटे छोटे मासूम बच्चे उनको नही पता की उनके पिता के साथ क्या हुआ और वो अबतक अपने पिता की राह देख रहे है आपको बता दे की पहले बेटे हरिराम की मौत के बाद बिजली विभाग ने उनके छोटे बेटे राहुल को उसकी जगह पर सीढ़ी उठाने के लिए रखा था लेकिन उससे बिजली के खम्बो पर लाइन सही कराने का काम लिया जाता था एक दिन लाइन सही करने गए राहुल ने फोन के माध्यम से सब स्टेशन बसीरगंज पावर हॉउस से विधुत आपूर्ति बंद करने के लिए कहा और उसके बाद विधुत आपूर्ति बंद कर दी गई लेकिन जब वो लाईन सही करने के लिए बिजली के खम्बे पर चढ़ कर सही कर रहा था की तभी बिजली की लाईन चालू कर दी गई जिसकी चपेट में आने से वो बिजली के खम्बे से नीचे गिर गया और तथा उसके साथ गए सहकर्मी वहा से उसको वही छोड़ भाग खड़े हुए उसके बाद स्थानीय निवासियों की मदद से उसको जिला अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया जहा डाक्टरों ने उसकी हालत नाजुक देखते हुए ट्रामा सेंटर लखनऊ के लिए रिफर कर दिया और उसको ट्रामा सेंटर ले जाते समय रास्ते में उसकी मौत हो गई उसके बाद परिजनों ने बिजली विभाग की इतनी बड़ी लापरवाही के कारण हुई मौत पर आक्रोश जताते हुए शव को सडक पर रखकर प्रदर्शन किया और जिसकी वजह से ये घटना हुई उसपर कार्यवाही करने की मांग की लेकिन उस वक़्त आलाधिकारियों ने परिजनों को हर तरह का आश्वाशन देकर तथा समझा बुझाकर मामले को रफा दफा कर दिया लेकिन अब तक उस पीड़ित परिवार को किसी प्रकार की सहायता नही मिली और न ही दोषियों खिलाफ कोई भी कार्यवाही हुई ! आपको एक बार फिर से बता दे की इस पीड़ित परिवार में कमाने वाला कोई नही दोनों बेटों के मरने के बाद सिर्फ एक बुढा बाप है जो की न्याय की आस लगाए बैठा है तथा उसको उम्मीद है की उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ तक उसकी बात पहुचेगी और सीएम दुवारा उसे मदद मिलेगी अब देखना ये है की प्रदेश की योगी सरकार इस पीड़ित परिवार को मदद तथा न्याय दिलाने में कब आगे आयेगी और दोषियों पर कार्यवाही कब होगी ये तो आने वाला वक़्त ही बतायेगा !