दुधवा राष्ट्रीय उद्यान पर एक बार फिर लगा उसकी सुरक्षा और सौन्दर्यीकरण पर सवालिया निशान
फारुख हुसैन
लखीमपुर (खीरी)// गौरी फंटा -विश्व विख्यात दुधवा नेशनल पार्क के सौन्दर्यरीकरण एवं सुरक्षा व्यवस्था के लिए केन्द्र व राज्य सरकार प्रति वर्ष लाखो रूपये का बजट पार्क प्रसाशन को मुहैया कराती है ।किन्तु धन लोलुपता के लालच मे पार्क अधिकारी कर्मचारी वन सम्पदा को नष्ट करने मे खुद जुटे हुए है । जिसका ताजा उदाहरण है कि इन दिनो पार्क क्षेत्र मे फायर सीजन का अभियान चलाया जा रहा है । इस अभियान के तहत जंगलो मे वन कर्मचारीयो द्वारा आग लगाई जा रही है ।
आग लगाने के उपरांत उक्त कर्मचारी जंगलो से ऐसे नदारद होते है जैसे गधे के सिर से सींग ,पार्क क्षेत्र मे लगाई गई भीषण आग से जहाँ वातावरण तो प्रदूषित होता है वही जंगलो मे विचरण करने वाले जीव जंतु अकारण काल के गाल मे समा जाते हैं ।जबकि पार्क नियमो के अनुसार आरक्षित क्षेत्र मे माचिस की डिब्बी भी ले जाने पर पूर्णता प्रतिबंधित है । लेकिन पार्क के अधिकारी एवं कर्मचारी अपनी काली करतूतो को छिपाने तथा बजट का बंदरबांट करने के लिए पार्क नियमो को ताक पर रखकर इस तरह के कार्य को अंजाम देते है ।