शिक्षण संस्थानों की इस साल की रैंकिंग में IISc बंगलोर टॉप, JNU पांचवें स्थान पर
काशी का भी मान बढ़ा, बीएचयू को 10वां स्थान, 10 अप्रैल को राष्ट्रपति के हाथों मिलेगा पुरस्कार
अरशद आलम
नेशनल इंस्टिट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क ने देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों और शिक्षण संस्थानों की इस साल की रैंकिंग जारी कर दी है. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बंगलोर को पहला स्थान दिया है. दूसरे स्थान पर आईआईटी चेन्नई है. टॉप पांच शिक्षण संस्थानों में दूसरे नंबर से पांचवें नंबर तक आईआईटी संस्थानों के नाम हैं, जबकि टॉप 10 में सात स्थान आईआईटी के विभिन्न शिक्षण संस्थान को मिले हैं.
तीसरे स्थान पर आईआईटी बॉम्बे, चौथे स्थान पर आईआईटी खड़गपुर और पांचवें पायदान पर आईआईटी दिल्ली है. छठे स्थान पर देश के प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय को दिया गया है, जो बीते एक साल से अलग-अलग कारणों से भी सुर्खियों में है. सातवें स्थान पर आईआईटी कानपुर, आठवें स्थान पर आईआईटी गुवाहाटी, नौवें स्थान पर आईआईटी रुड़की और 10वें स्थान पर बनारस हिंदू विश्वविद्यालय का नाम है.
इन दस टॉप शिक्षण संस्थानों को 10 अप्रैल को राष्ट्रपति अवार्ड देंगे.
आपको बता दें कि केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से नेशनल इंस्टिट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) के तहत शिक्षण संस्थाओं की रैंकिंग 2016 से शुरू हुई थी. ये दूसरा साल है. इसके अलावा देश में शिक्षण संस्थानों का मूल्यांकन ‘राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद’ (नैक) और ‘नेशनल बोर्ड ऑफ एक्रिडिएशन’ (एनबीए) करते हैं.
एनआईआरएफ पांच व्यापक मापदंडों के आधार पर संस्थानों को रैंकिंग प्रदान करता है. इनमें शिक्षण-अधिगम संसाधन, अनुसंधान एवं व्यावसायिक प्रक्रियाएं, पहुंच एवं समावेशिता, अवर स्नातक परिणाम और अवधारणा जैसे मानक शामिल हैं. पिछले साल इसमें विभिन्न क्षेत्रों के 3563 संस्थानों को शामिल किया गया और इस साल भी लगभग इतने ही संस्थान शामिल किए गए हैं. इस साल 43 मेडिकल कॉलेज और 49 लॉ कॉलेजों को भी इसमें पहली बार शामिल किया गया है.