प्रभू की माया, कही धूप कही पत्थर बरसाया।
महाराजगंज- मौसम का मिजाज महराजगंज मे आज अजीबो गरीब रहा या युं कहे कि कुदरत ने अपना करिश्मा दिखाया। भोर होते ही आसमान साफ रहा,फिर अचानक ही बदली ने धेर लिया लोग धरो से बाहर आसमान देख मौसम की समिक्षा करी रहे थे कि लगभग 6:30 के आस बिना बरसात के धड़ाधड़ लड्डू के आकार से भी बड़े बर्फ के पत्थर गिरने लगे।
लोग कुछ समझ पाते तबतक किसी के सर पर किसी के सरीर पर पत्थरों की मार पड़ चुकी थी। सबसे ज्यादा चोटिल वो लोग हो गये जो या तो कही सफर मे थे या खेती किसानी के काम से खुले मैदानों मे। निमंत्रण मे मांगलिक कार्यक्रमों मे समिल्लित लोगों का भी प्रकृति ने फूलों की जगह पत्थरों से अभिनन्दन कर दिया।कइयो गाड़ियों के सीसे टूट गये, कइयो की खड़ी फसल का नुकसान हुवा, कुछ लोग घायल हो गये।
लगभग 15-20मिनट कि सूखी ओला बृस्टि के बाद बारिश ने अपना जलवा दिखाया, बीच-2 मे बारिश अपने साथ पत्थरो की बौछार भी करता रहा। पर साहब प्रकृति का तमाशा देखिए कि जिले के तमाम हिस्सों मे कही ओले पड़ रहे थे तो उसी समय किसी हिस्से मे आसमान साफ और किसी तीसरे हिस्से मे केवल बारिश होरही थी। अलग-2 जगहो मे मौसम का मिजाज अलग अलग रहा। मौसम का यह मिजाज देख आनायास ही कहावत सामने आ गयी “प्रभू तेरी माया कही धूप कही छाया ।”