अपर्णा यादव के बाद अब योगी आदित्यनाथ से मिले शिवपाल यादव, राजनीतिक सरगर्मी तेज
संजय ठाकुर
लखनऊ । मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव के बाद आज सपा नेता शिवपाल सिंह यादव उत्तर प्रदेश के नये मुख्यमंत्री योगी यादित्यनाथ के साथ मुलाकात की. दोनों की मुलाकात सीएम आवास पर हुई. दोनों के बीच क्या बातचीत हुई यह साफ नहीं हो पाया क्योंकि योगी से मुलाकात के बाद शिवपाल यादव मीडिया से बचते हुए सीधे अपने आवास रवाना हो गये.
शिवपाल यादव और योगी की मुलाकात के बाद राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गयी है. राजनीतिक जानकारी मुलाकात के कई मायने निकाल रहे हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि विधानसभा चुनाव से पहले सपा के अंदर अखिलेश और चाचा शिवपाल के बीच विवाद खुल कर सामने आया. दोनों के रिश्ते अब भी सामान्य नहीं हुए हैं.
विधानसभा अध्यक्ष के बाद आज सीएम से मिले शिवपाल यादव
शिवपाल यादव ने मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष के साथ मुलाकात की थी. इसके बाद आज उनकी मुलाकात सीएम योगी के साथ हुई. दोनों के बीच मुलाकात को वैसे तो शिष्टाचार बैठक बतायी जा रही है, लेकिन ऐसा भी माना जा रहा है कि शिवपाल यादव योगी के साथ मिलकर अखिलेश यादव पर दबाव बनाना चाहते हैं, ताकि पार्टी में केवल अखिलेश का ही राज न हो जाए.
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष को लेकर नाराज हैं शिवपाल
बताया जा रहा है कि विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष को लेकर भी शिवपाल नाराज चल रहे हैं. अखिलेश यादव ने राम गोविंद चौधरी को विस में नेता प्रतिपक्ष बनाया है. जबकि शिवपाल यादव और मुलायम सिंह यादव आजम खान को नेता प्रतिपक्ष बनाना चाहते थे. लेकिन अखिलेश ने उनकी एक भी न सुनी और राम गोविंद को आगे बढ़ा दिया.
योगी से मिल चुकी हैं मुलायम की छोटी बहू अपर्णा यादव
अपर्णा यादव और योगी आदित्यनाथ के बीच पिछले दिनों मुलाकात हुई थी. अपर्णा अपने पति प्रतीक यादव के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने वीवीआईपी गेस्ट हाऊस पहुंची थीं. इस दौरान उन्होंने सीएम योगी को फूलों का एक गुलदस्ता भी भेंट किया था. हालांकि, सीएम के साथ इस मुलाकात को उन्होंने शिष्टाचार मुलाकात बताया था.
समाजवादियों को एकमंच पर लाने का अभियान छेड़ेंगे शिवपाल
समाजवादी पार्टी नेता शिवपाल सिंह यादव ने आज कहा कि वह ‘समाजवादियों’ को एक मंच पर लाने के लिए जल्द ही अभियान छेड़ेंगे. सपा मुखिया अखिलेश यादव से छत्तीस का आंकडा रखने वाले शिवपाल ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद नयी पार्टी बनाने की धमकी दी थी. शिवपाल ने वरिष्ठ समाजवादी नेता सैयद सगीर अहमद के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में कहा, ‘‘हम समाजवाद की विरासत को कमजोर नहीं होने देंगे और समाजवादियों को एकजुट कर एक मंच पर लाने के लिए जल्द अभियान शुरू करेंगे.’ उन्होंने कहा, ‘‘सामाजिक न्याय के लिए लड़ाई पूरी ताकत से लड़ी जाएगी. राम के नाम पर नफरत की नहीं बल्कि सामाजिक न्याय की राजनीति होनी चाहिए.’
अखिलेश द्वारा चाचा शिवपाल और पिता मुलायम सिंह यादव की अनदेखी किये जाने के आलोक में अब सुलह सफाई की उम्मीद क्षीण नजर आती है. मुलायम भी हाल ही में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में कह चुके हैं कि अखिलेश ने उनका और उनके भाई शिवपाल का अपमान किया है.