दो कोटा दुकनों पर निरीक्षण में मिली काफी खामीया

संजय ठाकुर 
घोसी (मऊ) : उपजिलाधिकारी डा. राजेश कुमार ने तहसील अंतर्गत स्थानीय ब्लाक की मलेरीकोट एवं मिश्रौली में संचालित दो उचित दर दुकानों पर बुधवार को पूरे दल बल के साथ औचक निरीक्षण के दौरान जमीनी हकीकत का सामना किया। दो मुख्य दुकानों पर संबद्ध दो अन्य दुकानों के स्टाक के भौतिक सत्यापन के दौरान कुल 227 बोरा खाद्यान्न कम मिला। उपजिलाधिकारी ने दोनों दुकानों पर रखा समूचा खाद्यान्न जब्त कर लिया जबकि मौके पर काफी देर बाद पहुंचे एक कोटेदार को हिरासत में लिया गया।

उपजिलाधिकारी डा. कुमार, कोतवाल शैलेश सिंह, मझवारा चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक बीपी पांडेय, राजस्व निरीक्षक अशोक सिंह एवं वरिष्ठ आपूर्ति लिपिक अमरनाथ मौर्य सिपाहियों संग बुधवार की दोपहर पूर्व ग्राम पंचायत मलेरीकोट में संचालित दुकान की जांच को पहुंचे। जांच के दौरान कोटेदार देवेंद्र चौहान के अनुपस्थित रहने पर ग्रामीणों के समक्ष गोदाम का ताला खोल स्टाक का सत्यापन हुआ। जांच में 25 बोरी गेहूं एवं 14 बोरी चावल कम मिला। यहां पर लखनी मुबारक पुर के कोटेदार सूर्यभान सिंह की निरस्त दुकान के सापेक्ष आह रित खाद्यान्न भयी कम मिला। जांच दल ग्राम सभा मिश्रौली में संचालित दुकान पर पहुंचा। काफी देर बाद कोटेदार नरायन चौहान पहुंचे। यहां पर 14 बोरी गेहूं एवं चावल का स्टाक कम मिला। इसी दुकान से ही लखनी मुबारक पुर की निलंबित कोटेदार चंद्रावती देवी की दुकान भी संबद्ध है। चंद्रावती देवी की दुकान के सापेक्ष की गई उठान एवं वितरित खाद्यान्न में भी अंतर मिला। मिश्रौली एवं मलेरीकोट से संबद्ध लखनी मुबारक पुर की दोनों दुकानों का संयुक्त स्टाक भी 1 60 बोरी (गेहूं एवं चावल) कम पाया गया। एसडीएम के निर्देश पर पुलिस ने मलेरीकोट के नरायन चौहान को हिरासत में ले लिया।
ग्रामीणों ने की घटतौली की शिकायत
जांच के दौरान मिश्रौली की गीता देवी, मीना, शीला, मुनिया, मुन्ना, महेंद्र चौहान, लालसा एवं हृदयनाथ आदि ने जनवरी 17 से पूर्व राशन न मिलने एवं अब प्रतिकार्ड दो-तीन किग्रा खाद्यान्न मिलन, आधा किग्रा चीनी एवं कभी कभार मिट्टी तेल प्राप्त होने की जानकारी दी। विक्रेता के व्यवहार पर भी अंगुली उठी। इसी क्रम में मलेरीकोट के उपभोक्ताओं ने भी अपना पक्ष रखा।
एक ही मकान में दो दुकानों का खाद्यान्न
लखनी मुबारकपुर की संबद्ध दुकानों के सापेक्ष दोनों कोटेदारों द्वारा राशन की निकासी कर मलेरीकोट में रामजीत के मकान में संयुक्त रूप से रखा गया था। ग्रामीणों से यह जानकारी मिलते ही एसडीएम के निर्देश पर ग्राम प्रधान नरेंद्र चौहान सहित अन्य ग्रामीणों की उपस्थिति में खाद्यान्न को सीज कर विपणन निरीक्षक घोसी की सुपुर्दगी में दिया गया।
जिलाधिकारी के अनुमोदन के बाद मुकदमा : एसडीएम
उपजिलाधिकारी डा. राजेश कुमार ने समूचे प्रकरण से जिलाधिकारी को मौखिक रूप से सूचित कर दिया है। एसडीएम ने दोनों कोटेदारों के विरुद्ध कार्रवाई हेतु आख्या जिलाधिकारी को प्रेषित किए जाने और अनुमोदन प्राप्त होते ही मुकदमा दर्ज कराए जाने की बात कही है। उन्होंने आगे भी ऐसी ही कार्रवाई जारी रखे जाने का मंतव्य जताया है।                        

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