जब मंत्री घायलों को लेकर पहुचें सीएचसी तो बंद मिला ताला, सीएमओ ने भी नहीं उठाया फोन
हरिशंकर सोनी
अमेठी : ये एक ऐसा जिला है, जिसे घोषित तौर पर वीआईपी दर्जा मिला हुआ है। लेकिन यहाँ के अफसर इसकी मिट्टी पलीद करने पर उतारू रहते हैं। कम ही ऐसा हुआ है कि अमेठी अच्छी घटना के लिए चर्चा में रहा हो। एक बार फिर अमेठी चर्चा में हैं, और इस बार सूबे के मंत्री ने स्वयं देखा कि यहाँ तैनात अफसर कैसे काम करते हैं, दरअसल हुआ ये, कि लखनऊ से आ रहे राज्यमंत्री सुरेश पासी के सामने एक दर्दनाक रोड हादसा हुआ। जिसमें कार सवार 4 व्यक्ति बुरी तरह घायल हो गए। जिन्हें मंत्री ने अपनी कार में बैठाया और इलाज के लिए पास की इंहौना सीएचसी पहुंचे, वहां जब मंत्री का स्वागत लटकते ताले ने किया, तो उन्होंने सीएमओ को फोन किया। साहेब ने मंत्री का फोन नहीं उठाया, इसके बाद आप अंदाजा लगा सकते हैं कि आम आदमी के साथ क्या होता होगा। इधर घायलों की तबियत बिगड़ने लगी थी आनन-फानन में मंत्री उन्हें पीएचसी सिंहपुर लेकर पहुचें जहाँ उन्हें इलाज मिल सका।