बच्चा कर्ज मे पैदा होता है, कर्ज मे जीता है और कर्ज मे मर जाता है – ठा0 शिवनारायण
राजू आब्दी
झाँसी – भारत एक क्रषि प्रधान देश है लेकिन भारत वर्ष के किसान व ग्रामीणजनो की हालत बदत्तर होते जा रहे है यह वर्ग फटेहाली की ज़िंदगी गुज़ारने को मजबूर है खेती अब घाते का सौदा बन कर रह गयी है जिससे किसान सरकारी नीतियो के चलते कर्जदार हो गया है इसी क्रम मे आज भारतीय किसान यूनियन ने झाँसी मुखयालय पर धरना प्रदर्शन किया
वही किसान यूनियन के नेता ठा0 शिवनारायण ने कहा की किसान का बच्चा कर्ज मे पैदा होता है कर्ज मे जीता है और कर्ज मे मर जाता है और बिचौलियों की चाँदी होती है किसान उत्पादक कर्ज की वजह से आत्महत्या करने को मजबूर होता है आज की मेह्गाई चरम सीमा पर है बुंदेलखंड सहित उत्तर प्रदेश के पचासो जिले सूखे की चपेट मे है मगर सरकार इस ओर कोई ध्यान नही दे रही है आज भ्रष्टाचार भयनकर सीमा तक पहुच चुका है किसानों तक पहुचने वाली राहत राशि भी उन तक नही पहुच रही है किसान नेता ने जिलाधिकारी को प्रधानमंत्री व मुख्मन्त्री सम्भोधित ज्ञापन सौपा । किसान नेता ने कहा की जल्द से जल्द हमारी माँगे पूरी नही हुई तो किसान यूनियन उग्र आंदोलन करेगी