विधानसभा में विधायक सौरभ भारद्वाज ने ईवीएम में टेंपरिंग का डेमो दिखाया, विपक्ष ने कहा आप का है ड्रामा

नईदिल्ली : सौरभ भारद्वाज ने आज पूरे सदन के सामने EVM में टेंपरिंग का डेमो दिखाया. डेमो में सौरभ ने आम आदमी पार्टी को 10 वोट दिए, जबकि बीजेपी को 3 के सामने वाला बटन तीन बार दबाया. जब उन्होंने रिजल्ट दिखाए तो वो चौंकाने वाले थे. रिजल्ट में बीजेपी को 11 वोट मिले. जबकि उसे सिर्फ 3 वोट मिले थे.इस मुद्दे पर मनीष सिसोदिया ने कहा, “सौरभ भारद्वाज ने आज लोकतंत्र के लिए अतुलनीय योगदान दिया. मैं उनके योगदान को सलाम करता हूं. सभी खड़े होकर उनके लिए तालियां बजाएं. लोकतंत्र लोगों से होता है, कई देशों में लोकतंत्र कमजोर हो रहा है. भारत मे लोकतंत्र बचा हुआ है तो चुनावी प्रक्रिया की वजह से है. जो बाबा साहेब के अथक प्रयासों का नतीजा है. आज ईवीएम प्रक्रिया में सवाल उठ रहे हैं, तो उनका जवाब मिलना भी जरूरी है.”

इस डेमो के बाद दिल्ली में राजनीतिक पारा गर्म हो गया. आजतक ने सभी दलों के नेताओं से एक-एक बात करने की कोशिश की और इस मुद्दे पर उनकी राय जानने की कोशिश की.मोदी सरकार में मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, “ये इलेक्टेड नहीं रिजेक्टेड गवर्नमेंट बन चुकी है. अब ये करप्शन स्कैंडल, झूठ की सरकार हो चुकी है. अब देश का बच्चा-बच्चा जान चुका है इनका असली चरित्र क्या है. अब कोई भी खिलौना लेकर खेल दिखाएंगे कोई नहीं मानेगा. इसी चुनाव आयोग की मशीन ने इन्हें 67 सीट दिलवाई. क्या बीजेपी की सरकार को शौक चढ़ा था कि इतने बहुमत की सरकार बनवाए.” उन्होंने आप को चुनौती देते हुए कहा, “अगर आम आदमी पार्टी में हिम्मत है तो चुनाव आयोग के सामने असली मशीन का डेमो करके दिखाए. खिलौना लेकर तो कहीं भी कुछ भी आरोप लगाया जा सकता है.” केजरीवाल पर हमलावर होते हुए उन्होंने कहा, “केजरीवाल 2 करोड़ के आरोप से भाग नहीं सकते. जनता उसका जवाब मांग रही है, पहले उसका हिसाब दो. ये जो हुआ है लीगली भी गलत है और संवैधानिक रूप से भी गलत है. इसका विरोध होगा और चुनाव आयोग को भी इसका संज्ञान लेना चाहिए.”
संदीप दीक्षित ने कहा, “आप जो कुछ भी कर रही है सही नहीं है. उन्होंने विधानसभा में जो ईवीएम दिखाया वह चुनाव आयोग का ईवीएम नहीं है. अगर वह चुनाव आयोग की मशीन नहीं है तो उनका पूरा लॉजिक गलत है, यह प्रदर्शन अमान्य है. लेकिन, सवाल खड़ा होता है. मैं चुनाव आयोग से विनती करता हूं कि वे वापस पेपर बैलट का इस्तेमाल करें. आप की विश्वसनीयत अपने अंतिम दौर में है, उसे अब कोई गंभीरता से नहीं लेता. वे एक गंभीर मुद्दे को तुच्छ बना रहे हैं.” आरजेडी नेता मनोज झा, जो ईवीएम डेमो के वक्त सदन में मौजूद थे, ने कहा- “ये बताता है कि ईवीएम के साथ कैसे छेड़छाड़ हुई.” जब उनसे पूछा गया कि आप को ईवीएम कैसे मिली तो उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं पता कि आप को मशीन कैसे मिली. इसका पता मीडिया या सीबीआई को लगाना चाहिए.कांग्रेसी नेता सलमान खुर्शीद ने कहा, ये पूरा प्रदर्शन ईवीएम को लेकर गंभीर शंकाएं खड़ी करता है. चुनाव आयोग को सभी पार्टियों को बुलाकर इस मसले पर बातचीत करनी चाहिए. जब तक ईवीएम को लेकर शंकाएं हैं तब तक हमें बैलेट सिस्टम पर वापस जाना चाहिए.
दूसरी तरफ, कपिल मिश्रा का कहना था कि उनके आरोपों से ध्यान हटाने के लिए आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा में ईवीएम का ड्रामा रचा है. मिश्रा ने आरोप लगाया कि अब केजरीवाल के नाम पर वोट नहीं पड़ते लिहाजा पार्टी ईवीएम में गड़बड़ी का बहाना बना रही है. उन्होंने कहा, “ये कल बोलेंगे जनता को तुम्हारी उंगली में गड़बड़ है, गलत बटन दबा देती है.”
आप विधायक पंकज पुष्कर ने कहा, “केजरीवाल और उनकी टीम को ईवीएम में छेड़छाड़ साबित करने के लिए अभी और होम वर्क करने की जरूरत है. यह तो एक खिलौना था.” दिल्ली बीजेपी के उपाध्यक्ष राजीव बब्बर ने ईवीएम डेमो पर कहा, “मुद्दा भटकाने के लिए ये स्क्रिप्ट लिखी गई है. 48 घंटों से कपिल मिश्रा के आरोपों और आईटी विभाग के आरोपों से बचने की कोशिश है. सबसे बड़ी बात ये क्यों जनता को गुमराह कर रहे हैं. कौन सा मशीन है क्या ये EVM मशीन चुनाव आयोग से आई है. हम कैसे इस मशीन पर और इन पर भरोसा कर लें, जब ये लोग खुद इलेक्शन कमीशन जैसे संविधानिक संस्था पर यकीन नहीं करते. ये सिर्फ मुद्दे को भटकाने की कोशिश है और इनका फ्रस्टेशन है.”

हमारी निष्पक्ष पत्रकारिता को कॉर्पोरेट के दबाव से मुक्त रखने के लिए आप आर्थिक सहयोग यदि करना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें


Welcome to the emerging digital Banaras First : Omni Chanel-E Commerce Sale पापा हैं तो होइए जायेगा..

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *