BJP वाले भी नहीं जानते थे कि वह 325 सीट जीत जाएंगे : अखिलेश यादव
(जावेद अंसारी)
केंद्र सरकार के कार्यकाल के तीन साल पूरे होने जा रहे हैं, इस मौके पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि हमने 1800000 लैपटॉप बांटे लेकिन हम हम पर आरोप लगा कि मुसलमान और यादव को दिए गए, BJP वाले भी नहीं जानते कि वह 325 सीट जीत जाएंगे प्रधानमंत्री जी हमसेे बेहतर सड़क नहीं बना सकते,उन्होंने यूपी विधान चुनाव विकास के नाम पर लड़ा था लेकिन बीजेपी ने ये चुनाव धर्म और जाति के नाम पर लड़ा और उसे इसमें कामयाबी मिली है,
समाजवादी पार्टी ने लोगों को जहां समझाया और बीजेपी ने बहकाया, हलाँकी अखिलेश यादव ने इसके पहले कहा था कि नेता जी मुलायम सिंह यादव का आशीर्वाद होता तो प्रदेश में सपा की सरकार बन जाती, उनके बिना सरकार बनाना मुश्किल है, कांग्रेस से गठबंधन जारी रहेगा, 2019 के लोकसभा व 2022 के विधानसभा चुनावों में जीत के लिए जनता से मेल जोल बढ़ाया जायेगा, आपको बता दें कि सपा विधायक और पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल ने पिछले दिनों कहा था कि अखिलेश अपने वादे के मुताबिक मुलायम को पार्टी अध्यक्ष पद सौंपें,अगर अखिलेश ऐसा नहीं करते हैं तो वह अलग सेक्युलर मोर्चा’ बनाएंगे|
अखिलेश यादव की मुख्य बातें :-
- मैं जानना चाहता हूं कि चुनावों में विकास का मुद्दा था या नहीं
- चुनावों में समाजवादी पेंशन नहीं चली और बीजेपी का सिलेंडर चल गया
- यूपी में चुनाव धर्म और जाति के नाम पर लड़ा गया
- हिंदुत्व और झूठे राष्ट्रवाद के नाम पर चुनाव लड़ा गया
- यूपी में विकास के नाम पर चुनाव नहीं लड़ा गया
- हमारे समय में किसान ने कोई आंदोलन नहीं किया
- गाय को लेकर आदमी को मार दिया जाता है
- आपको गाय की चिंता है, बछड़ों की चिंता कब करोगे
- हमने रिकॉर्ड समय में लखनऊ की मेट्रो बनाई
- सपा में लोगों को समझाया और बीजेपी ने बहकाया
- गरीब सोच रहे थे कि नोटबंदी से उन्हें लाभ होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ
- नोट काला सफेद नहीं होता, हमारा और आपका लेनदेन काला-सफेद होता है
- नोटबंदी से बैंक और बड़े लोगों को बचाया गया है
- यूपी में चुनाव विकास के नाम पर नहीं, सांप्रदायिक आधार पर लड़ा गया
- हमने 18 लाख लैपटॉप बांटे, लेकिन हमपर आरोप लगा कि मुसलमान और यादवों को दिए गए
- लोकसभा में हमारी तैयारी होगी कि हमारी सीटें बढ़े, लेकिन देश में कोई गठबंधन बनता है तो हम उसके साथ हैं
- BJP वाले भी नहीं जानते थे कि वो 325 सीट जीत जाएंगे
- हमारे परिवार का झगड़ा बिल्कुल शांत है
- मुझे कोई जानकारी नहीं है कि शिवपाल जी किस तरह का मंच बना रहे हैं
- नेताजी ने कांग्रेस से बहुत लड़ाई लड़ी है, लेकिन आज बिना कांग्रेस के कोई गठबंधन नहीं बनेगा
- हमारी संख्या कैसे बढ़े ये जिम्मेदारी मेरी है, कांग्रेस के बारे में कुछ नहीं बोल सकता
- 5 साल के आंकलन में जनता विकास के नाम पर वोट करेगी
- मैं स्वीकार करता हूं कि यूपी के सबसे ज्यादा जवान शहीद होते हैं
- गाजीपुर से सेना की भर्ती का सेंटर हटाकर बनारस में कर दिया
- मेरे साथ पढ़ने वाले लड़के शहीद हुए हैं
- जो चुनाव के लिए रथ बनाया था, वो अब घूमने के लिए मैंने बस बना दी
- अब बच्चों के साथ समय बिता रहा हूं, काफी अच्छा लग रहा है
- प्रधानमंत्री जी हमसे बेहतर सड़क नहीं बना सकते
- हमारा कोई मंत्री दिन में नहीं सोता दिखा होगा। इनके अधिकारी और मंत्री दिन में सोते हैं
- रात में अधिकारी और मंत्री काम करोंगे तो दिन में सोएंगे
- विकास के नाम पर भले ही वोट ना मिले, लेकिन हम अपना रास्ता नहीं बदल सकते
- राहुल और मेरी दोस्ती को कहा कि मुसलमानों की वोट लेने के लिए दोस्ती की,
- 60 साल के बाद मैं रिटायर हो जाऊंगा
कुल मिलाकर चुनाव में सपा को 403 में से महज 47 सीटें मिलने के बाद सपा को करारी हार का सामना करना पड़ा था अब देखना यह है समाजवादी अध्यक्ष अखिलेश यादव आने वाले लोकसभा चुनाव में पार्टी के लिए क्या रंग लाते हैं|