यूनिसेफ ने म्यांमार से मुस्लिम रोहिंग्या बच्चों को स्वतंत्र करने किया मांग
यूनिसेफ ने म्यांमार से रोहिंग्या बच्चों को स्वतंत्र करने की मांग की
मुसलमानों के खिलाफ सेना की कार्यवाही में अब तक 600 से अधिक लोगों को गिरफ्तार
करिश्मा अग्रवाल
अंतरराष्ट्रीय बालकोष यूनिसेफ ने म्यांमार की सरकार से सेना की कार्यवाहियों के दौरान गिरफ्तार होने वाले रोहिंग्या मुसलमान बच्चों को स्वतंत्र करने की मांग की है। यूनिसेफ के एक वरिष्ठ अधिकारी जस्टिन फोरसाइथ ने म्यांमार की अपनी संक्षिप्त यात्रा के दौरान गिरफ्तार बच्चों से संबंधित जानकारी म्यांमार की विदेशमंत्री आंग सान सूची के सामने रखी।
म्यांमार के उत्तर में स्थित अशांत प्रांत राखीन में रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ सेना की कार्यवाही में अब तक 600 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। ज्ञात रहे कि म्यांमार के पश्चिमोत्तर में स्थित राख़ीन प्रांत में काफी अधिक संख्या में मुसलमान रहते हैं और इस क्षेत्र में रहने वाले मुसलमानों को वर्ष 2012 से बौद्धधर्म के मानने वाले अतिवादी तत्वों की हिंसा का सामना है।
म्यांमार में होने वाली हिंसा की घटनाओं में सैकड़ों मुसलमान हताहत हो चुके हैं जबकि अपनी जान बचाने के भय से दसियों हज़ार मुसलमान अपना घर बार छोड़कर म्यांमार के भीतर शरणार्थी शिविरों और इसी प्रकार थाइलैंड, मलेशिया, इंडोनेशिया और बांग्लादेश में बहुत कठिन परिस्थिति में जीवन बिता रहे हैं। संयुक्त राष्ट्रसंघ की घोषणा के अनुसार म्यांमार के रोहिंग्या मुसलमान विश्व के सबसे अधिक अत्याचारग्रस्त व पीड़ित अल्प संख्यक इंसान हैं जिन्हें सबसे अधिक हिंसा और यातना का सामना है।