हिन्दू यूवा वाहनी ने उपजिलाधिकारी गोला को दिया ज्ञापन
लखीमपुर खीरी// गोला गोकरण नाथ हिन्दू यूवा वाहनी गोला की नगर इकाई ने नगर मीडिया प्रभारी वी.के. त्रिवेदी के नेतृव में उपजिलाधिकारी गोला को ज्ञापन पत्र देकर कार्यवाही की मांग की जिस पर उपजिलाधिकारी ने शीघ्र कार्यवाही का आश्वाशन दिया और सीओ व इन्स्पेक्टर को तत्काल कार्यवाही का निर्देश दिया और ज्ञापन में उल्लिखित बिंदुओ से संगठन के लोगो ने अवगत कराया जिसमे छोटी काशी के नाम से विख्यात है यहाँ पर जगह जगह लगी मांस की दुकानें हटवाने की मांग लगातार की जाती रही है| बीजेपी की सरकार बनने के बाद संगठन ने इन दुकानों को हटवाने की मांग की कुछ दिन दुकाने प्रशासन के निर्देश पर बंद हुई फिर पुनःदुकाने समुदाय विशेष की किसके सरक्षण में लग जाती है|
जो की चिंता का विषय है माननीय मुख्यमंत्री जी के निर्देशो का खुला उपहास उड़ाया जा रहा है जिसका प्रमाण विकाश चौराहा,सर्वोदय नगर,अलीगंज रोड, सिनेमा रोड, मोहम्मदी रोड, मंडी समिति के निकट,एवम सब्जी मंडी,जबकि सब्जी मंडी से 200 मीटर दूर दुकाने लगाने के आदेश के बावजूद पालन नहीं हो रहा इन सभी दुकानों को हटवाकर निर्जन स्थान पर स्थापित कराया जाये,प्रशासन अगर दुकानों को हटवाने में दवाब महसूस करेगा तो संगठन मुख्यमंत्री से मिलकर अवगत करायेगा नगर में जाम की समस्या से भी निजात दिलायी जाये, आवारा पशुओं पर अंकुश लगाया जाये,
गोला के दोनों अस्पतालो chc, phc, का औचक निरीक्षण किया जाये,वहीं chc मे एक डॉक्टर द्वारा जेनरिक महंगी दवाई बाहर से एक मेडिकल स्टोर पर ही मरीजो को परचा लिखकर लेने पर विवस किया जाता है, वही डॉक्टर के बगैर पर्चे के कराया अल्ट्रासाउंड मान्य नहीं होता है|डॉक्टर द्वारा चिन्हित केंद्रों पर ही अल्ट्रा साउंड ,व् सभी जाँचे कराई जाती है जाँच केंद्रों पर बाकायदा रजिस्टर होता है जिसमे मरीज को परचा लिखने वाले डॉक्टर का नाम लिखा जाता है| जिससे उनका कमीसन घपला न हो सके और आसानी से पहुँचा जा सके|सरकारी डाक्टरों की प्राइवेट प्रेक्टिस व बाहर से जाँचे और दवाइयों को न लिखने के निर्देश माननीय मुख्यमंत्री जी के है| लेकिन यह कार्य निरन्तर जारी है जिससे आम मरीज बेहाल है|जिसमें नगर मंत्री शिवम गुप्त,नगर महामंत्री सौरभ शर्मा,नगर संयोजक अतुल रस्तोगी, नगर उपाध्यक्ष कमल शर्मा,नगर सहप्रभारी नवीन श्रीवास्तव,नगर संगठनमंत्री विवेक कुमार, सन्नी कश्यप, अभिषेक शुक्ल व जयशंकर बाजपेयी के अलावा तमाम कार्यकर्ता मौजूद रहे ।