ईरान एेसा देश नहीं जहां डालरों से हंगामा किया जा सके – तेहरान के इमामे जुमा
निलोफर बानो
तेहरान के अस्थायी इमामे जुमा ने कहा है कि मतदान में जनता की भारी उपस्थिति, ईरान की शक्ति, सम्मान और जनता की आस्था की प्रतीक है । हुज्जतुल इस्लाम काज़िम सिद्दीकी ने तेहरान में जुमा की नमाज़ के भाषण में कहा कि ईरान की जनता अगले शुक्रवार को अपनी आस्था के आधार पर मतदान केन्द्रों में जाएगी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव के प्रत्याशियों को कानून का पालन करना चाहिए और समाज के कमज़ोर वर्ग को शक्तिशाली बनाने और देश की स्वाधीनता व महानता में वृद्धि करने की दिशा में क़दम उठाना चाहिए।
उन्होंने ईरान के शत्रुओं को संबोधित करते हुए कहा कि ईरान उन देशों की तरह नहीं हैं जहां डॅालरों की मदद से हंगामा और इ्सलामी क्रांति को नुक़सान पहुंचाया जा सकता हो। तेहरान के इमामे जुमा ने इसी प्रकार फिलिस्तीनी संगठन हमास के नये घोषणापत्र का उल्लेख करते हुए कहा कि सन 1967 की सीमा को स्वीकार करने पर सभी फिलिस्तीनी गुट सहमत नहीं हैं और इस्राईल, यथावत, अवैध शासन है।