वाराणसी – सारनाथ में मूर्ति लगाने को लेकर बवाल, समय से पहुची पुलिस ने टाला बड़ा विवाद
तब आयोजकों ने बाद में मूर्ति हटा लेने की बात कही थी।ग्रामीणों के अनुसार शनिवार की सुबह निरंजन मौर्य के नेतृत्व में पहुँचे लोगों ने उक्त स्थल पर पक्का निर्माण शुरू कर दिया। इस बात की भनक मिली तो गांव के शमशेर सिंह , प्रधान सियाराम यादव ,सोनू गुप्ता आदि विरोध करने लगे । आरोप है कि निरंजन गुट के लोगों ने शमशेर सिंह पर रॉड डंडे से हमला बोल दिया जिसके चलते उसका हाथ टूट गया।देखते ही देखते दोनों गुटों में जमकर मारपीट होने लगा।पथराव करते गांव वाले भी आ पहुँचे संघर्ष में दर्जनों चोटिल हो गए। किसी ने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचित कर दिया। मौके पर एसपी सिटी राजेश यादव अपर नगर मजिस्ट्रेट चतुर्थ त्रिभुवन राम, एसडीएम सदर, सीओ कैंट प्रशांत कुमार, थाना प्रभारी सारनाथ अखिलेश मिश्र भारी फ़ोर्स के साथ मौके पर पहुँच गए। पुलिस ने मूर्ति जब्त कर चबूतरा जेसीबी से ढहा दिया। उपद्रव पर उतारू राम निरंजन, विश्वनाथ, आशीष कुमार, सुबास मौर्य, चित्र प्रभा, रामचंद्र, गोविन्द, रामवृक्ष सोनू गुप्ता सोनू अली सौरभ सिंह आदि को धर दबोचा। बुरी तरह घायल शमशेर सिंह समेत कईयों को अस्पताल भेजा गया। काफी देर तक सारनाथ थाने में भी लोगों का जमावड़ा लगा रहा. पुलिस ने डंडा पटककर लोगों को यहां से खदेड़ा। दोनों पक्षों की ओर से थाने में एक-दूसरे के खिलाफ लिखित तहरीर दी गई है। सारनाथ थाना प्रभारी का कहना था कि उपद्रवियों को कड़ा दंड दिया जाएगा दोनों गुटों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। पुलिस कार्यवाही में जुटी हुई है। यहां बता दें कि सारनाथ के आसपास जमीनों के भाव आसमान छू रहे हैं इस जमीन पर भी कई भू माफियाओं की नजर है पहले भी यहां कई बार कब्जे को लेकर विवाद की बातें उभरी लेकिन तब मामला सलट गया था। इस बार स्थिति काफी बिगड़ गई । लोगों का कहना था कि समय रहते पुलिस पहुंच गई वर्ना झगड़ा का संघर्ष बड़ा रुप ले लेता।