अल्ट्रासाउण्ड केन्द्रों के नये रजिस्ट्रेशन में मानको के साथ कोई समझौता न किया जाये-मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, जिला महिला चिकित्सालय
डा आर आर पाण्डेय / प़तापगढ
जिला महिला चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा0 एस0के0 त्रिपाठी ने कहा है कि नये अल्ट्रासाउण्ड के रजिस्ट्रेशन में मानकों की किसी भी स्तर पर अनदेखी न की जाये और जब तक अल्ट्रासाउण्ड केन्द्र निर्धारित मानकों को पूरा न करें तब तक पंजीयन कदापि न किया जाये। डा0 त्रिपाठी आज जिला महिला चिकित्सालय के सभागार में पी0सी0पी0एन0डी0टी0 सलाहकार समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। सलाहकार समिति की बैठक में स्वयं सेवी संस्था-बाल विज्ञान समिति के सचिव श्री हेमन्त नन्दन ओझा ने कहा कि कतिपय अल्ट्रासाउण्ड केन्द्रों पर यह शिकायत प्राप्त हुई है कि वहां यूरिनल आदि की उचित व्यवस्था नही रहती है, इसे पंजीयन के समय दृष्टिगत रखा जाये।
बैठक में सी0एम0एस0 डा0 त्रिपाठी ने बताया कि फार्म-एफ को बहुत सावधानी पूर्वक भरा जाना चाहिये और इसकी निगरानी भी ठीक ढंग से होनी चाहिये। बैठक में यह भी बताया गया कि कुल 5 नये अल्ट्रसाउण्ड केन्द्रों के संचालन हेतु आवेदन पत्र प्राप्त हुये है। इस पर समिति में यह निर्णय हुआ कि रजिस्ट्रेशन के मानकों की कसौटी पर इन्हें पूरी तरह कसा जाये और कसौटी पर एकदम खरे उतरने के पश्चात् ही इनके पंजीयन पर समिति विचार करे। ज्ञातव्य है कि इस समय जनपद में कुल 56 अल्ट्रासाउण्ड केन्द्र संचालित है जिनमें 6 अल्ट्रासाउण्ड केन्द्र राजकीय क्षेत्र में और शेष 50 निजी क्षेत्र के जिम्मे है।
बैठक में जिला महिला चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा0 एस0के0 त्रिपाठी, डा0 नीलिमा सोनकर डी0जी0ओ0, डा0ए0के0 गुप्ता बाल रोग विशेषज्ञ, डी0जी0सी0 क्रिमिनल, तरूण चेतना संस्थान के श्री मो0 नसीम अन्सारी, बाल विज्ञान समिति के श्री हेमन्त नन्दन ओझा तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के ए0आर0ओ0 श्री आर0पी0 चौधरी उपस्थित रहे।