लैंडमार्क के बंद कमरे में क्यो किया पुलिस ने रैना से पूछताछ
उत्तर प्रदेश के युवा खिलाडी और गुजरात लायंस के कप्तान जिसे उत्तर प्रदेश के युवा अपना आइकॉन मानते है उस क्रिकेटर यानि सुरेश रैना पर सट्टेबाजी के गंभीर आरोप के तहत कानपुर के लैंडमार्क होटल में की गई पूछताछ
गत दिनों कानपुर में हुए गुजरात लायंस और देल्ली डेयरडेविल्स के बिच हुए रोमांचक मुकाबले में गुजरात लायंस के कप्तान सुरेश रैना जीरो रन पर आउट हुए थे रैना के जीरो रन पर आउट हो जाने से कानपुर के लोगो कि रैना के द्वारा अच्छी पारी खेलते हुए देखने की इच्छा धरी की धरी रह गई क्योकि ये रैना का होम ग्राउंड माना जाता है और अपने चहेते खिलाडी को जीरो रन पर आउट देख कर मायूस भीड़ लौटने लगी और धीरे धीरे मैदान में सन्नाटा छा गया और किसी को कुछ समझ में आता तब तक *यु. पी. सी. ए.* ( उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन ) को भी रैना का जीरो रन पर आउट होना गवारा न लगा और शक हुआ की कही सुरेश रैना के तार मैच फिक्सिंग से तो नही जुड़े है
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरन्त जाच के आदेश दिए गए. जाच के आदेश के बाद प्रशासन ने आनन-फानन में जाच की करवाई शुरू की और लैंडमार्क होटल से पकड़े गए मुंबई के सट्टेबाज नयन रमेश शाह सटोरिया गैंग के लिए डेढ़ दशक से कानपुर का पूरा काम देख रहा था सूत्रों की जानकारी के मुताबिक ये बात भी सामने आई है कि सटोरिया नयन शाह खुद भी कलास वन क्रिकेटर रहा है और अंडर 19 टीम का सदस्य रह चुका है। वहीं सूत्रों के अनुसार ग्रीन पार्क हॉस्टल में रहने के समय से ही सुरेश रैना के संपर्क में था इस जाच टीम में एक आईपीएस और एक डिप्टी एसपी समेत कुल पांच अधिकारी एसएसपी ने नियुक्त किए हैं जो कि मामले कि गहराई से जाच कर रहे है की कही इसके तार किसी बड़े नेटवर्क से तो नही जुड़े है