बहरैनी सरकार पर मानवाधिकार संगठनों की तीखी टिप्पणीः क़ैदियों के साथ अपमानजनक बर्ताव बंद हो
(अनुपम राज)
मानवाधिकार संगठनों ने बहरैन में आम जनता पर शाही सरकार के अत्याचारों की आलोचना करते हुए आले ख़लीफ़ा सरकार से मांग की है कि राजनैतिक क़ैदियों के साथ अपमानजनक बर्ताव बंद करे। ह्यूमन राइट्स वाच सहित दस मानवाधिकार संगठनों ने राजनैतिक क़ैदियों को जेलों में दी जा रही यातनाओं की कड़े शब्दों में निंदा की और शाही सरकार से मांग की कि क़ैदियों का दमन तत्काल बंद किया जाए।
मानवाधिकार संगठनों ने कहा कि राजनैतिक क़ैदियों के साथ उचित बर्ताव के बारे में हमें आश्वसन मिलना ज़रूरी है, शाही सरकार को चाहिए कि अंतर्राष्ट्रीय नियमों के अनुसरा क़ैदियों से बर्ताव करे और उन्हें उनके घरवालों से मिलने की अनुमति दे।
ह्यूमन राइट्स वाच के अधिकारी जो स्टोर्क ने कहा है कि बहरैन में क़ैदियों की हालत बहुत ख़राब है उनके साथ सरकार अमानवीय बर्ताव कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार क़ैदियों को जेल छोड़कर भागने पर मजबूर करती है और बाद में उनकी हत्या कर देती है। बहरैन में 14 फ़रवरी 2011 से जनान्दोलन जारी है। देश की जनता लोकतांत्रिक अधिकारों की मांग कर रही है लकिन आले ख़लीफ़ सरकार सऊदी अरब सहित कुछ देशों की मदद से जनता के आंदोलन को कुचल रही है।