अमरीका के पूर्व सील कमांडो ने ओसामा बिन लादेन पर हमले का जारी किया पूरा ब्योरा
वीनस दीक्षित
आतंकी संगठन अलक़ाएदा के सरग़ना की हत्या करने वाले अमरीका के पूर्व सील कमांडो ने ओसामा बिन लादेन पर हमले का पूरा ब्योरा जारी किया है। पाकिस्तान के एेबटाबाद नगर में बिन लादेन के विरुद्ध सैन्य कार्यवाही करने वाली अमरीकी सील कमांडो की टीम के सदस्य राॅबर्ट ओनील ने, जो 400 से अधिक अभियानों में भाग ले चुके हैं, एक किताब लिख कर बिन लादेन की हत्या के आॅप्रेशन के बारे में पूरा ब्योरा जारी कर दिया है।
उन्होंने लिखा है कि मैं अपने साथियों के साथ एेबटाबाद की उस तीन मंज़िला इमारत की ओर बढ़ रहा था जिसमें बिन लादेन रहता था। जब हम ऊपरी मंज़िल पर पहुंचे तो हमारे कमांडोज़ और उसामा के बेटे ख़ालिद के बीच झड़प शुरू हो गई जिसके परिणाम स्वरूप ख़ालिद के चेहरे पर निशाना लगाया गया। ओनील लिखते हैंः इसके बाद हम तीसरी मंज़िल पर गए और जब हम बिन लादेन के सोने के कमरे में गए तो हमारी टीम के एक सदस्य ने दो औरतों पर फ़ायरिंग कर दी। उसे लगा था कि उनके पास विस्फोटक बेल्ट है।
अमरीका के इस पूर्व सील कमांडो ने लिखा है कि जब हमारा उस इमारत के एक अंधेरे कमरे में उसामा बिन लादेन और उसकी सबसे कम आयु की पत्नी से सामना हुआ तो मैंने उसे गोली मार दी जिसके चलते उसका सिर दो भागों में बंट गया लेकिन मैंने संतोष के लिए उसके सिर में एक और गोली मार दी। हालांकि इस बारे में काफ़ी बहस हो चुकी है कि किसने बिन लादेन को गोली मारी लेकिन ओनील का दावा है कि उन्होंने ही अलक़ाएदा के सरग़ना का काम तमाम किया है।
उन्होंने अपनी किताब में लिखा है कि कमांडो टीम बिन लादेन के सिर के दोनों भागों को एक साथ जोड़ कर फ़ोटो लेना चाहती थी। इसी तरह टीम के सदस्यों ने बारी बारी बिन लादेन के शव को गोली मारी जिसके चलते उसके शरीर पर 100 गोलियों के निशान थे। अमरीका के इस पूर्व सील कमांडो ने अपनी किताब में लिखा है कि बिन लादेन के शव को उसकी पहचान के लिए संपूर्ण जांच के उद्देश्य से लाया गया और फिर कार्ल विन्सन नामक युद्धक समुद्री जहाज़ से अरब सागर में दफ़्न के लिए भेज दिया गया। दो मई वर्ष 2011 को अरब सागर के किसी क्षेत्र में अमरीकी सेना के कुछ अधिकारियों ने पहले से तैयार किए गए कुछ धार्मिक वाक्य पढ़े और फिर बिन लादेन के शव को समुद्र में डाल दिया।