अयातुल्लाह ईसा क़ासिम के समर्थन में बहरैनी जनता का विशाल प्रदर्शन
मनोज गोयल
बहरैनी जनता ने एक बार फिर इस देश के वरिष्ठ धर्मगुरू आयतुल्लाह शेख़ ईसा क़ासिम के समर्थन में विशाल प्रदर्शन किए। प्रदर्शनकारियों ने आले ख़लीफ़ा के सैनिकों के हाथों शहीद हुए लोगों के ख़ून का बदला लेने का संकल्प दोहराया। प्राप्त समाचारों के अनुसार बहरैनी जनता ने एक बार फिर देश के वरिष्ठ धार्मिक नेता अयातुल्ला ईसा क़ासिम के समर्थन और मृत्युदंड दिए जाने वाले तीन युवा शहीदों के परिवार के सदस्यों के घरों के सामने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने शहीदों के ख़ून का बदला लेने पर बल देते हुए आले ख़लीफ़ा शासन के विरुद्ध ज़ोरदार नारे बाज़ी की।
एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार बहरैनी जनता ने अल-मोआमीर क़स्बे में भी प्रदर्शन किया, प्रदर्शनकारी नारा लगा रहे थे कि “हम मौत से नहीं डरते”। बुधवार को बहरैन मैं हुए प्रदर्शनों में शामिल लोगों ने राजधानी मनामा सहित देश के विभिन्न नगरों के मुख्य चौराहों पर जमाअत से नमाज़ पढ़ी।
उल्लेखनीय है कि बहरैन के तानाशाह आले ख़लीफ़ा शासन ने जून 2016 में इस देश के वरिष्ठ धर्मगुरू अयातुल्ला ईसा क़ासिम की नागरिकता छीन ली थी और तब से उन्हें उनके घर में नज़रबंद कर दिया गया है। याद रहे कि बहरैनी जनता शेख़ ईसा क़ासिम समर्थन में उनके घर के सामने लगातार प्रदर्शन कर रही है।
ज्ञात रहे कि बहरैन वासियों ने 14 फ़रवरी वर्ष 2011 इस देश के तानाशाह आले ख़लीफ़ा शासन के ख़िलाफ़ क्रांतिकारी आंदोलन शुरू कर रखा है, बहरैनी जनता, अपने देश में स्वतंत्रता और न्याय की मांग, नस्ली भेदभाव के उन्मूलन और जनता द्वारा चुनी हुई सरकार की मांग कर रही है।