रिवाज – दुल्हन को करना पड़ता है शादी के पहले ननद के साथ …….
निलोफर बानो
हमारे देश में अलग-अलग धर्म और जातियों के लोग रहते हैं और सभी धर्मों और जातियों में अलग-अलग रीति रिवाज भी होते हैं। हम आपको एक ऐसे ही रिवाज के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे सुनकर आपको थोड़ा अटपटा लगे। वैसे तो भाभी और ननद का रिश्ता खास होता है, लेकिन क्या आपने कभी ननद और भाभी की शादी के बारे में सुना है। जी हां ऐसा ही कुछ गुजरात में होता है। जहां भाभी और ननद की शादी का रिवाज है।
दरअसल गुजरात के एक गांव में ऐसी प्रथा है कि दूल्हे के साथ 7 फेरे लेने से पहले दुल्हन की शादी दूल्हे की बहन से होती है और दूल्हा तब तक अपनी दुल्हन को अपने साथ लेकर नहीं जाता, जब तब दूल्हे की बहन उसे घर का पूरा काम न समझा दे। सुनने में थोड़ा अजीब लगता है, लेकिन ये बिलकुल सच है। इसका कारण पूछे जाने पर गांव वालों ने बताया कि ‘दुल्हन की नई जिंदगी शुरू करने में ननद का बहुत बड़ा योगदान होता है।
वही नए घर के बारे में बताती है और वही उसके शुरुआती दिनों की दोस्त होती है’। इतना ही नहीं गांव वाले मानते हैं कि बहन हमेशा भाई की रक्षक होती है। एक रिवाज के अनुसार दूल्हे की बहन पूरी शादी के दौरान अपने सिर पर एक चावल से भरा लोटा रखती है, जो कि अपने भाई को बुरी नजर से बचाने के लिए रखा जाता है। इस गांव की शादी में दहेज प्रथा है, लेकिन थोड़ी अलग। यहां दुल्हन की जगह दूल्हे के घर वाले दहेज देते हैं।