प्रदेश में अपराधों का ग्राफ तेजी से बढ़ा, हाईकोर्ट ने भी जताई चिंता
लखनऊ : सपा शासन को गुंडाराज और जंगलराज कहने वाली भारतीय जनता पार्टी के दो महीने के शासनकाल में अपराधों का ग्राफ तेजी से बढ़ा है। चुनाव से पहले भाजपा ने कहा था कि समाजवादी पार्टी सरकार के शासन में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है और उसने वादा किया था कि वह इसे फिर से बहाल करेगी। नारा ही यही था ‘न गुंडाराज न भ्रष्टाचार, अबकी बार भाजपा सरकार’।
प्रदेश में बढ़ते अपराधों की हालत का इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि इलाहबाद उच्च न्यायालय ने भी उत्तर प्रदेश में बढ़ते अपराधों पर अपनी चिंता ज़ाहिर की है। एक याचिका की सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति डी. बी. भोसले और न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा ने प्रधान सचिव (गृह) और पुलिस महानिदेशक को अपराध और माफिया तत्वों पर लगाम लगाने का निर्देश दिया।
इस साल 15 मार्च से 15 अप्रैल के बीच ही दुष्कर्म के मामले बीते साल के मुकाबले चार गुना बढ़े हैं और हत्या के मामलों में दोगुने से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। पिछले साल समान अवधि में राज्य में 101 हत्याएं हुई थीं। इस बार 240 हुई हैं।
प्रदेश में बढ़ते अपराधों का समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस का भरपूर लाभ उठाते हुए योगी सरकार की भद् पीटने में कोई कसर नही छोड़ी। समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा, “भाजपा ने सपनों का मकड़जाल बुना और लोगों को उसमें फंसा लिया। अब आम लोग इसका खामियाजा भुगत रहे हैं, अपराधी बेलगाम हैं और सत्ता भाषणबाजी में लगी हुई है।”