पत्रकार से अभद्रता पर पत्रकार संगठन में शुरू हुआ भारी रोष, आईरा ने दिया आन्दोलन की चेतावनी
पीड़ित पत्रकार को इंसाफ न मिलने पर हर ओर से हो रही आंदोलन की चेतावनी आईरा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पुनीत निगम ने कहा “सड़क से लेकर अदालत तक लड़ाई लड़ने को तैयार है हम.
फारुख हुसैन
पलिया कलां खीरी // ज्यों ज्यों पीड़ित पत्रकार को किसी ओर से इंसाफ न मिलते देख पूरे जिले के पत्रकारों में भारी रोष व्याप्त हो गया है और हर ओर से आंदोलन करने की आवाज उठती नजर आ रही है ।बीते दिनों हुए भारत नेपाल सीमा गौरीफंटा पर तैनात एस एस बी द्वारा पत्रकार से किए घ्रणित कार्य करने पर भी आरोपी जवानों पर कोई कार्य वाही न होते देखकर पूरे जिले के पत्रकारों ने खासा रोष है ।इस कारण हर ओर एक बैठक का आयोजन लगातार किया जा रहा है। इसी क्रम में आईरा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पुनीत निगम और राष्ट्रीय प्रवक्ता तारिक आज़मी ने अपने सन्देश में स्पष्ट शब्दों में कहा है कि यदि पीड़ित पत्रकार को इन्साफ नहीं मिला तो हम सड़क से लेकर अदालत के चौखट तक इस लड़ाई को ले जायेगे.कल हुई कानपुर में आईरा राष्ट्रीय कार्यकारिणी के एक बैठक में गत दिवस गौरीफंटा सीमा पर तैनात एसएसबी जवानो ने दैनिक जागरण के पत्रकार महेश सिंह भदौरिया को बेरहमी से पीटे जाने की कड़े शब्दों में निंदा की है।
इसी क्रम में आज उत्तर प्रदेश ग्रामीण पत्रकार कल्याण समिती की एक बैठक समिती के प्रदेश अध्यक्ष राम चन्द्र शुक्ला की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में उपस्थित पत्रकार सुरेश कुमार मिश्रा, नन्द किशोर मिश्रा, हरिश श्रीवास्तव, डीपी मिश्रापि, महबूब आलम, ओम प्रकाश सुमन धीरज गुप्ता, नितेश अग्रवाल, जुबैर आलम, निर्जेश मिश्रा, विश्व कान्त त्रिपाठी, प्रेम प्रकाश मौर्या नवीन अग्रवाल , विजय मिश्रा, शिशिर शुक्ला, मोनू दीक्षित,फारूख हुसैन आदि पत्रकारों ने गौरीफंटा के पत्रकार महेश सिंह भदौरिया की एसएसबी जवानों द्वारा की गई पिटाई की कड़े शब्दों में निन्दा कर कार्यवाही की मांग की । ऐसा न किये जाने पर आन्दोलन की चेतावनी भी दी और उधर एक बैठक नेपाल के पत्रकारों द्वारा भी की गयी और उन्होंने भी एस एस बी द्वारा कि ये गये घ्रणित कार्य की जमकर कडी निँदा की।
धनगढी में हुई एक बैठक में गत दिवसः गौरीफंटा सीमा पर तैनात एसएसबी जवानो ने दैनिक जागरण के पत्रकार महेश सिंह भदौरिया को बेरहमी से पीटे जाने की कड़े शब्दों में निंदा की है। धनगढी के पत्रकार शिवराज भट्ट ने कहा कि जब एसएसबी जवान पत्रकारों के साथ ऐसा व्यवहार कर सकते हैं तो आम नेपाली नागरिकों के साथ कैसा व्यवहार करेगें।जवानो को तुरन्त हटाये जाने की मांग है।बैठक में दीर्घराज उपाध्याय,हेमंत पौडेल,हिकमत रावल,वीरेन्द्र रावल,दिल बहादुर क्षतयाल,कर्णकुवर,दीपक, राजीव गुप्ता,तपेंद्र कुँवर,इतियादी पत्रकार मौजूद रहे ।