अनुसूचित जाति की युवती के स्वर्णकारपति ने निकाला घर से, पीडिता पहुची गुलाबी गैंग के साथ कप्तान के दरबार
हरिओम बुधौलिया जालौन
कोंच। यहां बड़ा ही अजीब एक मामला सामने आया है, एक स्वर्णकार युवक ने पहले तो अनुसूचित जाति की युवती के साथ प्रेम विवाह रचाया और जब उसका कुछ ही दिनों में उससे मन भर गया तो उसे धक्के देकर घर से निकाल बाहर कर दिया। उक्त पीड़ित महिला को न्याय दिलाने के लिये गुलाबी गिरोह आगे आया है। गिरोह की शीर्ष कमांडर अंजू शर्मा की अगुवाई में उक्त युवती को लेकर गिरोह की कमोवेश दर्जन भर सदस्याओं ने एसपी से मुलाकात की और उक्त युवती को न्याय दिलाये जाने की मांग की।
कस्बे के पटेल नगर निवासी विवाहिता प्रियंका वर्मा पुत्री रामगोपाल वर्मा ने पुलिस कप्तान को प्रार्थना पत्र देकर कहा है कि उसने कस्बे के ही निवासी शिवम सोनी पुत्र राजकुमार सोनी निवासी प्रताप नगर के साथ घर से भाग कर कानपुर में सब रजिस्ट्रार के यहां हिंदू मैरित एक्ट के तहत शादी की थी। शिवम उसे पत्नी की तरह ही रखता रहा और चार माह तक उसके साथ विभिन्न जगहों पर रही। इस दौरान वह उसका शारीरिक शोषण भी करता रहा। अभी कुछ समय पूर्व होली के दिन शिवम उसे मायके छोड़ गया और अपने पिता के पास चला गया। जब उसने घर ले चलने के लिये कहा तो ससुरालियों ने उसे धमकाना शुरू कर दिया और कहा कि अब से उनके बीच किसी प्रकार का संबंध नहीं रह गया है। युवती के साथ हुई इस नाइंसाफी को लेकर महिलाओं के हितों के लिये काम करने बाली संस्था गुलाबी गिरोह की शीर्ष कमांडर ने उसे न्याय दिलाने का भरोसा दिया। गिरोह ने उक्त युवती के साथ पुलिस कप्तान स्वप्निल ममगाई से मुलाकात कर उन्हें पूरी व्यथा सुनाई और युवती को न्याय दिलाने की मांग की। एसपी ने उसे भरोसा दिया है कि उसके साथ कोई नाइंसाफी नहीं होने दी जायेगी। इस दौरान सोमवती, कुंती, मुन्नी, भगवती, पानकुंवर, नजमा, जमीला, ऊषा, संध्या, जानकी, मानकुंवर आदि भी साथ रहीं।
लगाम लगाई जाये वहशी दरिंदों पर
कोंच। गुलाबी गिरोह ने जिले के आला अधिकारियों से मांग की है कि जिले में आये दिन महिलाओं और छोटी छोटी बच्चियों के साथ होने बाली दरिंदगी की घटनाओं पर कारगर ढंग से अंकुश लगाया जाये और ऐसे वहशी दरिंदों के खिलाफ कठोरतम कार्यवाही की जाये। कल यहां तहसील दिवस में आये डीएम व एसपी के समक्ष गुलाबी गिरोह प्रमुख अंजू शर्मा ने गिरोह की अन्य महिलाओं के साथ मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन दिया जिसमें कहा गया है कि समाज के कलंक वहशी दरिंदे शराब के नशे में धुत होकर छोटी छोटी मासूम बच्चियों को अपनी हवश का शिकार बना कर गंदगी फैला रहे हैं। ऐसे दरिंदों के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाये और कोर्ट में उनके विरुद्घ कारगर पैरवी करते हुये इन्हें जमानत तक न मिलने दी जाये। गिरोह ने यह भी कहा कि चौराहों, मंदिरों आदि के आसपास से शराब की दुकानें हटवाई जायें, क्षेत्र में पुलिस गश्त बढाई जाये और जो भी शराबी मिले उसे थानों में बंद कर कड़ी दफाओं में चालान किया जाये, शराब का विरोध करने बाली जेल में बंद महिलाओं को तत्काल रिहा किया जाये