बनारसी साड़ी बिना भारत में विवाह नहीं होते : राजेशपति त्रिपाठी
जावेद अंसारी
वाराणसी : वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजेशपति त्रिपाठी ने बनारसी वस्त्रोद्योग उत्पाद पर जीएसटी लगाने को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा है कि विश्वप्रसिद्ध परंपरागत बनारसी उद्योग को आहत करने वाला कदम है। सन् अस्सी के दशक में एक बार बनारसी साड़ी पर कर प्रस्ताव आया,तो पं.कमलापति त्रिपाठी ने हस्तक्षेप कर प्रस्ताव वापस करा दिया था।
बनारसी साड़ी पर थोपे गये जीएसटी के विरुद्ध बनारसी वस्त्र उद्योग के आन्दोलन को जायज बताते हुए त्रिपाठी ने कहा है कि जिस बनारसी साड़ी बिना भारत में विवाह नहीं होते,उसे सरकार को जीएसटी मुक्त रखने पर विचार करना चाहिए। कांग्रेस के पूर्व विधायक अजय राय ने कहा है कि कभी कमलापति जी के वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी को एक फोन करने पर बनारसी वस्त्रों पर टैक्स प्रस्ताव वापस हुआ था, लेकिन आज बनारस के सांसद खुद प्रधानमंत्री है और उनके रहते बनारसी वस्त्रोद्योग को जीएसटी में शामिल किया जाना दुर्भावनापूर्ण है।