गांवों के विकास की जिम्मेदारी ग्राम प्रधानों की-मूलचंद्र
हरिओम बुधौलिया
अधिकारियों को सुधर जाने की हिदायत दी जनप्रतिनिधियों ने
विधायकों ने सवाल खड़े किये क्षेत्र पंचायत की कार्यशैली पर
कोंच। क्षेत्र पंचायत कोंच की हंगामी बैठक आज ब्लॉक परिसर में जिले व क्षेत्र के सभी बड़े निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में निपटी जिसमें जनप्रतिनिधियों ने अधिकारियों को सुधर जाने और अपनी कार्यशैली में बदलाव लाने की कड़ी हिदायत दी। विधायक माधौगढ और उरई सदर विधायक ने क्षेत्र पंचायत में बैठकों की कार्यवाही नहीं लिखे जाने पर कड़ा ऐतराज जताते हुये कहा कि इस तरह से न केवल ग्रामीण जनता बल्कि जनप्रतिनिधियों को भी बेबकूफ बनाया जा रहा है।
विधायक माधौगढ मूलचंद्र निरंजन ने अपने उद्बोधन में कहा कि गांवों के विकास का भार ग्राम प्रधानों के कंधों पर है और उन्हें जहां भी उनकी जरूरत हो, बेझिझक बतायें। उरई सदर विधायक गौरीशंकर वर्मा ने भी कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में लगने बाले गांवों का सर्वांगीण विकास कराना उनकी प्राथमिकता है और ग्राम विकास में वह जो भी अपेक्षित सहयोग होगा, जरूर करेंगे। उन्होंने जब क्षेत्र पंचायत की पिछली बैठक की कार्यवाही का रजिस्टर दिखाने को कहा तो अधिकारी और कर्मचारी बगलें झांकने लगे, उन्होंने इस स्थिति को बेहद गंभीर मानते हुये कहा कि ऐसे नहीं चल पायेगा।
ब्लॉक प्रमुख ऐन्द्रकुमार सिंह निरंजन बबलू की अध्यक्षता और पंचायत सचिव अश्विनी द्विवेदी के संचालन में आहूत उक्त बैठक में जिपं अध्यक्ष प्रतिनिधि देवेन्द्रसिंह निरंजन छुन्ना काफी मुखर दिखे, वे एक एक विंदु पर संबंधित विभागों के अधिकारियों से प्रश्न पूछते देखे गये। उन्होंने अपने संबोधन में कहा भी कि अब सरकार बदल गई है लेकिन प्रशानिक ढर्रा उसी पुरानी लीक पर चल रहा है, इस स्थिति को बदलना होगा अन्यथा विकास केवल कागजों में ही रह जायेगा। उन्होंने इशारों इशारों में यह भी जता दिया कि कमीशनखोरी से बाज आयें अधिकारी और जो भी धन सरकार से गांवों के विकास के लिये मिलता है उसका सही मायनों में उपयोग किया जाये। उन्होंने कहा कि बर्ष 2011 में आवास पाने बाले पात्रों से पैसा लिया गया था, अधिकारी उस पैसे को बापिस दिलायें क्योंकि वह पैसा गरीबों का है। जनप्रतिनिधियों ने बैठक से नदारत रहे तमाम अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगने के लिये एसडीएम सुरेश सोनी से कहा। बैठक को सांसद प्रतिनिधि अनुरुद्घ मिश्रा, एसडीएम सुरेश सोनी, डीडीओ/ प्रभारी बीडीओ श्रीकृष्ण पांडे, जिला परियोजना अधिकारी नेडा राकेशकुमार पांडे, जिपं सदस्य दिरावटी प्रतिनिधि लालजी निरंजन आदि ने संबोधित किया। ग्राम प्रधानों व बीडीसी सदस्रूों की ओर से नलकूप, सफाईकर्मी, बिजली, अतिक्रमण, शिक्षा व्यवस्था आदि को लेकर समस्यायें दर्ज कराई गईं। इस दौरान पुष्पेन्द्र त्रिपाठी, भाजपा अध्यक्ष प्रदीप गुप्ता, सुनील शर्मा, खंड शिक्षा अधिकारी अजितकुमार, प्रभारी सीडीपीओ संपतदेवी, पीडब्ल्यूडी जेई इंदलसिंह, जेई जल निगम सतीशकुमार, आपूर्ति निरीक्षक अखिलेशकुमार, ऋषभ सीरौठिया, उर्मिलादेवी, वीरेन्द्रसिंह प्रधान खाबरी, महेन्द्रकुमार, चरनसिंह पाल, जितेन्द्रकुमार परैछा, राजेन्द्रसिंह पटेल नक्टेला, अवधविहारी हिंगुटा, रामशरण आदि मौजूद रहे।