घर बंद करके बाहर जाएं तो सामान साथ ले जाएं, चोरी के घटनास्थल पर थानेदार ने दी नसीहत
सुलतानपुर कादीपुर से हरिशंकर सोनी की रिपोर्ट
सुल्तानपुर: जिले के मेतिगरपुर थानान्तगर्त ढ़़ेमा गॉव में भीषण चोरी का मामला प्रकाश में आया है। सूचना मिलने पर क्षेत्रीय पुलिस मौका-ए-वारदात पर पहुँची तो लोगों को आस बँधी की खाकी वर्दी में सजेधजे थानेदार साहब कुछ करेगें लेकिन कुछ करनें के बजाए थानेदार साहब नें साफ-साफ शब्दों में घुड़कीनुमा नसीहत दे डाली कि यदि कोई लंबे समय के लिए घर बंदकर करके शहर से बाहर जा रहा है तो उसे घर के सारे कीमती सामान साथ ले जाना चाहिए।
यह सुनकर किसी की खोपड़ी में कुछ कौधा हो या नही मेरी खोपड़ी में रेलवे की ताकीद जरूर आई जो कहते हैं कि यात्रा करके समय कीमती सामान साथ लेकर न चलें। अब बेचारा बाहर नौकरी करने वाला छुट्टियों में कहीं जाना चाहता है तो वो क्या करे। एक गाईडलाईन जारी कर देनी चाहिए।
दरअसल मामला सुल्तानपुर जनपद के थाना मोतिगरपुर के ढेमा गाँव का है, गृह स्वामी जुबैर अहमद मुंबई के भिवंडी मे किसी प्राइवेट कम्पनी मे नौकरी करते है। इस साल मई में पत्नी व पुत्र भी जूबेर के पास मुंबई घूमने चले गये। जाते समय जुबैर की पत्नी ने सामने बने अहाते की चाबी पड़ोस के जलील को दे दिया था, ताकि बरामदे की साफ़ सफाई व पौधों को पानी वगैराह दिया जा सके।
जलील की पत्नी नें मंगलवार को दोपहर में जब साफ़ सफाई के लिए अहाते का ताला खोला तो सामने टार्च गिरी पड़ी मिली। उसके बाद नजर अंदर के कमरों में पड़ी तो नजारा देख दंग रह गयी। उन्होने आसपड़ोस के अन्य लोगों को भी बुला लिया और वास्तुस्थिति से अवगत करानें के बाद सभी लोग अंदर गये। जहाँ सारा सामन बिखरा पड़ा था। अलमारियों व बक्से का ताले टूटे हुए थे, गहने के केस भी इधर उधर बिखरे पड़े थे। चोरों नें मौका ताड़कर बड़ी सफाई और इत्मीनान के साथ पूरे घर को खंगाला था, और देखकर लग रहा था कि चोरों के हाथ बहुत कुछ लगा होगा।
पड़ोस के लोगों ने स्थानीय थाने पर सूचना दी तो मौके पर पुलिस नें पहुँच कर जाँच शुरू किया। थाना प्रभारी धनंजय सिंह ने शिक्षा दी की यदि घर पर कोई नहीँ है तो कीमती सामान घर पर रखना ही नहीँ चाहिए। बहरहाल, उन्होने कहा कि चोरों को बख्शा नहीँ जायेगा। जलील की पत्नी का कहना है कि उन्होने शनिवार को साफ सफाई की थी तब तक चोरी नहीँ हुई थी। मुंबई में रह रहे जुबैर परिवार से संपर्क करने की कोशिश हो रही है ताकि पता चल सके कि वह घर में क्या-क्या छोड़कर गए थे और क्या लेकर गए थे। चोरी हुई सो हुई, वापस आनें पर उन्हे थानेदार को जवाब तो देना ही पड़ेगा कि वह जाते समय सारा सामान साथ लेकर क्यो नही गए? क्यो चोरो को मौका दिया? क्यो पुलिस का सिरदर्द बढ़ाया? जवाब तो देना बनता है।