आज हर नारी को लक्ष्मीबाई बनने की आवश्यकता : आलोक आज़ाद
डॉ आर आर पाण्डेय
प्रतापगढ़. भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में अग्रणी भूमिका निभाने वाली जांबाज़ वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई के बलिदान दिवस पर रानीगंज तहसील के मल्हूपुर ग्रामसभा में जांबाज़ हिंदुस्तानी सेवा समिति के तत्वाधान में युवा सामाजिक कार्यकर्ताओं की एक बैठक हुई जिसमें रानी लक्ष्मीबाई के शौर्य, जीवन वृत्त पर चर्चा तथा उनको श्रद्धान्जलि दी गई।
बैठक में बोलते हुए जांबाज़ हिंदुस्तानी सेवा समिति के अध्यक्ष आलोक आज़ाद ने कहा कि भारतीय वसुंधरा को गौरवान्वित करने वाली झांसी की रानी वीरांगना लक्ष्मीबाई वास्तविक अर्थ में आदर्श वीरांगना थीं। सच्चा वीर कभी आपत्तियों से नहीं घबराता है। अंग्रेजी हुकूमत द्वारा दिए गए अनेकों प्रलोभन भी लक्ष्मीबाई को देश के प्रति कर्तव्यपालन से विमुख नही कर सके।
वही युवा सामाजिक कार्यकर्त्ता आलोक तिवारी ने कहा कि रानी लक्ष्मीबाई एक आत्मविश्वासी, कर्तव्य परायण, स्वाभिमानी और धर्मनिष्ठ और उच्च चरित्र की साहसी महिला थीं ।। उन्होंने हर महिला को अपने भीतर रानी लक्ष्मीबाई जैसी साहस लाने की बात की ।। श्री तिवारी ने कहा कि मात्र 22 वर्ष की अल्पायु में ही देश के लिए अपने प्राण न्योछावर कर वो सदा सदा के लिए अमर हो गई।
इस अवसर पर क्षेत्रीय सामाजिक कार्यकर्ता विवेक पांडेय ने रानी लक्ष्मीबाई के जीवन वृत्त पर प्रकाश डाला। आर एल सेवा समिति के प्रदीप मिश्र ने उपस्थित लोगों से रानी लक्ष्मीबाई के जीवन वृत्त से सीख लेने की बात कही तथा अपने भीतर राष्ट्र सर्वोपरि की भावना लाने की बात कही। अन्य वक्ताओं में सी पी तिवारी , मनीष पाण्डेय , मनीष जैस्वाल आदि रहे । इस अवसर पर रानी लक्ष्मीबाई की स्मृति में दो मिनट का मौन भी रखा गया.