मऊ – नगर पंचायत का दबंग बड़े बाबु, जिसके आगे नहीं चलती है चेयरमैन की भी
ऑफिस से नदारत रहते है सभी कर्मचारी और चेयरमैन घर बैठे उठाते है वेतन
आसिफ रिज़वी
उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद के अमिला नगर पंचायत के बड़े बाबु के ठाट तो देखिये | जैसा की आप तस्वीरो में देख रहे है की ऑफिस में ताला लगा हुवा है और और सभी अधिकारी और कर्मचारी नदारत है | ये एक दिन का नज़ारा नहीं है, बताया जाता है की सभी अधिकारी और कर्मचारी कभी कभार ही नगर पंचायत के ऑफिस आते है | सरकार से वे घर बैठे पैसे उठा रहे है | जिसके कारन अमिला क्षेत्र में पानी की सप्लाई काफी दिनों से बंद पड़ा है | गर्मी के इस मौसम में जहा लोग पानी पीने को तरस रहे है वही रमजान का महिना चलने की वजह से क्षेत्र के रोजेदारो को पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है |
आप को बता दे की नगर पंचायत कार्यालय का बाबु राजेश गुप्ता जो की राजनितिक संगठन सपा से जुड़े ताल्लुख रखते है नगर पंचायत में इनका दबदबा इतना चलता है की वहा के चेयरमैन सिर्फ नाम मात्र के चेयरमैन रह गए है | जो भी कार्य होने होते है वह बड़े बाबु राजेश गुप्ता के अनुसार ही होता है | जब हमने अमिला नगर पंचायत के चेयरमैन राजाराम सोनकर से बात की तो उन्होंने बताया की हम बार बार बड़े बाबु राजेश गुप्ता से पानी और सड़को की व्यवस्था ठीक करने के लिए कहता रहा हूँ पर मेरी भी बात नहीं सुनी जाती है | बड़े बाबु राजेश गुप्ता जो कि राजनितिक संगठन सपा से ताल्लुख रखते है जो हमारी प्रतिष्ठा समाज में धूमिल करने के लिए अपने मन का काम करते है | रोजा का पावन पर्व चल रहा है | हमने बार बार पानी की व्यवस्था ठीक करने को कहा है लेकिन बावजूद बड़े बाबु अपनी दबंगई से बाज़ नहीं आते है | वो हमारी छवि ख़राब करने पर तुले है | वही सभी कर्मचारी वेतन लेने के बावजूद घर ही पड़े रहते है
क्षेत्र की जनता जब बड़े बाबु राजेश गुप्ता से पानी की समस्या की शिकायत करने पहुची तो बड़े बाबु ने धमकाते हुवे कहा की ज्यादा बोलोगो तो सड़को को उखाड़ फखाद दूंगा | इतना धमकाने के बाद बड़े बाबु ने अगले दिन सड़को में गड्ढे खोद कर छोड़ दिया जिसमे बगल के नाली का पानी जमा हो रहा है और गाँव के बच्चे उस गंदे नाली में नहाते रहते है | लोगो का कहना है की इस गंदे पानी की वजह से बच्चे किसी भी बीमारी से ग्रस्त हो जायेंगे इनको लेकर किसकी जिम्मेदारी बनती है | गाँव के लोगो ने एस डी ऍम को ज्यापन भी दिया लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है.