प्रो. रामप्रकाश गोयल के 93वे जन्मदिवस पर मरीजों को वितरित किया गया पौष्टिक आहार
प्रो.
रामप्रकाश गोयल के 93वे जन्मदिवस पर ‘रा. प्र. गोयल स्मृति चेरिटेबल
ट्रस्ट’ एवं ‘विजन रुहेलखंड’ द्वारा मरीजों को वितरित किया गया पौष्टिक
आहार
रामप्रकाश गोयल के 93वे जन्मदिवस पर ‘रा. प्र. गोयल स्मृति चेरिटेबल
ट्रस्ट’ एवं ‘विजन रुहेलखंड’ द्वारा मरीजों को वितरित किया गया पौष्टिक
आहार
मनोज गोयल
बरेली के प्रख्यात
व्यक्तित्व स्व. प्रोफेसर राम प्रकाश गोयल एडवोकेट के 93वें जन्म दिवस को
‘राम प्रकाश गोयल स्मृति चेरिटेबल ट्रस्ट’ एवं ‘विजन रुहेलखंड’ के ‘रोटी
बैंक’ द्वारा जिला अस्पताल, बरेली में मरीजों को पौष्टिक आहार वितरीत कर
मनाया गया, जिसमें मरीजों को दूध,रोटी,ब्रेड,बिस्कुट एवं फल वितरित किए
गए।इस अवसर पर बरेली नगर विधायक डॉ अरुण कुमार भी उपस्थित रहे।
व्यक्तित्व स्व. प्रोफेसर राम प्रकाश गोयल एडवोकेट के 93वें जन्म दिवस को
‘राम प्रकाश गोयल स्मृति चेरिटेबल ट्रस्ट’ एवं ‘विजन रुहेलखंड’ के ‘रोटी
बैंक’ द्वारा जिला अस्पताल, बरेली में मरीजों को पौष्टिक आहार वितरीत कर
मनाया गया, जिसमें मरीजों को दूध,रोटी,ब्रेड,बिस्कुट एवं फल वितरित किए
गए।इस अवसर पर बरेली नगर विधायक डॉ अरुण कुमार भी उपस्थित रहे।
डॉ
अरुण कुमार ने प्रो राम प्रकाश गोयल के जन्मदिवस पर उनका स्मरण करते हुए
कहा की प्रो राम प्रकाश गोयल बहुमुखी प्रतिभा के धनी,कर्मठ एवं सरल
व्यक्तित्व से परिपूर्ण थे।डॉ अरुण कुमार ने डॉ राम प्रकाश गोयल की
सुपुत्री डॉ ममता गोयल के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा की वह अपने पिता
के नाम से प्रेरणास्पद एवं समाजसेवा के कार्य कर अपने पिता के नाम को रोशन
कर रही है।इस अवसर पर डॉ. ममता गोयल ने अपने विचारो को व्यक्त करते हुए
कहा की सच्ची मानवता यही है की हम दूसरे की पीड़ा को समझें और समाज के
प्रति संवेदनशील बने।स्वयं तो समाज व जरूरतमन्दों की सेवा करें ही साथ ही
दूसरों को भी ऐसा करने को प्रेरित और प्रोत्साहित करें।उन्होंने ‘रोटी
बैंक’ की सराहना करते हुए कहा की यह निष्काम भाग से इसी संदेश को प्रसारित
करने के लिए सक्रिय है
अरुण कुमार ने प्रो राम प्रकाश गोयल के जन्मदिवस पर उनका स्मरण करते हुए
कहा की प्रो राम प्रकाश गोयल बहुमुखी प्रतिभा के धनी,कर्मठ एवं सरल
व्यक्तित्व से परिपूर्ण थे।डॉ अरुण कुमार ने डॉ राम प्रकाश गोयल की
सुपुत्री डॉ ममता गोयल के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा की वह अपने पिता
के नाम से प्रेरणास्पद एवं समाजसेवा के कार्य कर अपने पिता के नाम को रोशन
कर रही है।इस अवसर पर डॉ. ममता गोयल ने अपने विचारो को व्यक्त करते हुए
कहा की सच्ची मानवता यही है की हम दूसरे की पीड़ा को समझें और समाज के
प्रति संवेदनशील बने।स्वयं तो समाज व जरूरतमन्दों की सेवा करें ही साथ ही
दूसरों को भी ऐसा करने को प्रेरित और प्रोत्साहित करें।उन्होंने ‘रोटी
बैंक’ की सराहना करते हुए कहा की यह निष्काम भाग से इसी संदेश को प्रसारित
करने के लिए सक्रिय है
इसीलिए ‘विजन रुहेलखंड’ के
‘रोटी बैंक’ के साथ संयुक्त रुप से इस दिन को मनाया जा रहा है।रोटी बैंक के
अध्यक्ष डॉ. प्रमेंद्र माहेश्वरी ने इस अवसर पर रोटी बैंक के बारे में
बताते हुए कहा की यह मनुष्य की मूलभूत आवश्यकता को समझते हुए कार्यरत है और
इसकी लोकप्रियता दिनों दिन बढ़ती जा रही है।उन्होंने सभी से अपने अपने
स्तर एवं अधिक से अधिक लोगों के सहयोग से इसी प्रकार के रोटी बैंक बनाकर
उसे जरूरतमन्दों तक समुचित रूप से भोजन उपलब्ध कराने की अपील की।उन्होंने
यह भी कहा की प्रो.रामप्रकाश गोयल सदैव ऐसे ही समाज सेवा के कार्यों की
प्रेरणा दिया करते थे इसलिए संयुक्त रूप से उनके जन्मदिवस को इस प्रकार
मनाया जा रहा है।
‘रोटी बैंक’ के साथ संयुक्त रुप से इस दिन को मनाया जा रहा है।रोटी बैंक के
अध्यक्ष डॉ. प्रमेंद्र माहेश्वरी ने इस अवसर पर रोटी बैंक के बारे में
बताते हुए कहा की यह मनुष्य की मूलभूत आवश्यकता को समझते हुए कार्यरत है और
इसकी लोकप्रियता दिनों दिन बढ़ती जा रही है।उन्होंने सभी से अपने अपने
स्तर एवं अधिक से अधिक लोगों के सहयोग से इसी प्रकार के रोटी बैंक बनाकर
उसे जरूरतमन्दों तक समुचित रूप से भोजन उपलब्ध कराने की अपील की।उन्होंने
यह भी कहा की प्रो.रामप्रकाश गोयल सदैव ऐसे ही समाज सेवा के कार्यों की
प्रेरणा दिया करते थे इसलिए संयुक्त रूप से उनके जन्मदिवस को इस प्रकार
मनाया जा रहा है।
इस अवसर
पर डॉ मीरा प्रियदर्शनी, शुचिअग्रवाल, गुरदीप सिंह, विकास अग्रवाल ,रतन
गुप्ता ,रश्मि अग्रवाल, रचना सिंह, आशीष कुमार ,मनजीत कलसी, दुर्गेश चौहान
,श्रीमती हरवंश कौर,भवनीत सिंह और ए के कपूर आदि उपस्थित रहे।
पर डॉ मीरा प्रियदर्शनी, शुचिअग्रवाल, गुरदीप सिंह, विकास अग्रवाल ,रतन
गुप्ता ,रश्मि अग्रवाल, रचना सिंह, आशीष कुमार ,मनजीत कलसी, दुर्गेश चौहान
,श्रीमती हरवंश कौर,भवनीत सिंह और ए के कपूर आदि उपस्थित रहे।