नीतीश ने की राहुल से मुलाकात: पटना लौटते ही तेजस्वी पर ले सकते हैं फैसला
(जावेद अंसारी)
बिहार में महागंठबंधन के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के मुद्दे पर राजनीतिक गलियारों में सियासी अखाड़े में मचे घमसान के बीच राज्य के मुख्यमंत्री व जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने आज कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से लगभग 4:00 बजे उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की। एक तरफ नीतीश राहुल से मुलाकात की तो वही दुसरी ओर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से दिए गये राष्ट्रपति विदाई पार्टी से तरह तरह बतों की चर्चा का माहौल बन गया। राहुल से मुलाकात के दौरान कांग्रेस बिहार के प्रभारी महासचिव सीपी जोशी भी मौजूद थे। दोनों तीनों नेताओं की यह मुलाकात लगभग आधा घंटे चली और आने वाले दिनों में बिहार की राजनीति के लिए बेहद अहम माना जा रहा है।
सूत्रों ने बताया कि नीतीश ने राहुल के सामने तेजस्वी को लेकर अपने रुख को स्पष्ट किया है कि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर वह कोई समझौता नहीं कर सकते। वैसे, इस मुलाकात की मीडिया को कोई औपचारिक ब्यौरा नहीं उपलब्ध कराया गया है, लेकिन राजनीतिक हालात के मद्देनजर यह समझा जाता है कि बैठक में तीनों नेताओं ने बिहार के सियासी हालात पर भी चर्चा की। तेजस्वी यादव के मुद्द पर राहुल गांधी का स्टैंड व फैसला काफी अहम होगा। जदयू सूत्रों ने बताया कि पटना वापस लौटने के बाद नीतीश गठबंधन पर अंतिम फैसला लेंगे। गौरतलब है कि कांग्रस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पिछले दिनों नीतीश और घटक राजद प्रमुख लालू यादव से फोन पर बातचीत कर बीच का रास्ता निकालने की कोशिश की थी।
वही, दुसरी ओर शोशल मिडिया पर एक पोस्टर वायरल होने लगा। राजद नेता और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के समर्थकों ने पटना में पोस्टर लगाये हैं। इस पोस्टर में जदयू प्रवक्ताओं पर निशाना साधा हैं। इसमें कहा गया है कि नीतीश से मुलाकात कर तेजस्वी यादव ने सफाई दे दी है। इसके बावजूद जदयू प्रवक्ता अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं। साथ ही पोस्टर में दावा किया गया है कि नीतीश कुमार ने बयानबाजी से मना किया है, इसके बावजूद तेजस्वी यादव को लेकर जदयू नेताओं की ओर से बयानबाजी की जा रही है। यह पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के इशारे पर हो रहा है।
सुत्र बताते हैं कि नीतीश हाल ही बयानबाजी और राजनीतिक गतिविधियों को लेकर आहत हैं। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने जल्द ही राजद नेता लालू प्रसाद यादव के साथ भी बात कर बिहार में मचे घमासान को खत्म करने की बात कही हैं। नीतीश ने भी गठबंधन की मजबूती का जिम्मा कांग्रेस पर छोड़ दिया है। नीतीश भी चाहते हैं कि गठबंधन के नेता बैठकर इस घमासान को खत्म कर राजनीति भविष्य को सफल बना सके। बताते हैं कि नीतीश चाहते हैं कि कांग्रेस नेतृत्व विपक्षी पार्टियों को साथ लेकर इस मसले में आगे बढ़े। कुल मिलाकर बेनामी संपत्ति मामले में सीबीआइ एफआइआर व जांच का सामना कर रहे राजद नेता व बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी इन दिनों दिल्ली में हैं। वे कानूनी सलाह ले रहे हैं।