मजदूरी बढ़ाने के लिए रेलवे के ठेका मजदूर यूनियन ने माडल रेलवे स्टेशन पर दिया धरना
अंजनी राय
बलिया : भारतीय रेल दलित एसोसिएशन और रेलवे ठेका मजदूर यूनियन के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को ठेका मजदूरों ने न्यूनतम ठेका मजदूरी बढ़ाने की मांग को लेकर मॉडल रेलवे स्टेशन परिसर में धरना दिया। वक्ताओं ने ठेका मजदूरों के साथ ही रेलवे में कार्यरत दलित कर्मचारियों व अधिकारियों के शोषण करने का आरोप लगाया।
ठेका मजदूर यूनियन के संस्थापक बाबूलाल राजभर ने कहा कि गोरखपुर जोन में बलिया, गाजीपुर, आजमगढ़, छपरा, मऊ रेलवे स्टेशन पर ठेका मजदूरों का जमकर शोषण हो रहा है। उन्होंने कहा कि रेलवे के ठेका मजदूरों को भारत सरकार और रेल मंत्रालय द्वारा घोषित न्यूनतम मजदूरी 359 रुपये मिलना चाहिए, लेकिन रेल अधिकारी व ठेकेदार मिलकर उन्हें सिर्फ 150 से 200 रुपये प्रतिदिन मजदूरी दे रहे हैं। ऐसे में ठेका मजदूर भुखमरी की कगार पर पहुंच गए है। एसोसिएशन के राष्ट्रीय महामंत्री राजेंद्र राम ने कहा कि गोरखपुर रेलवे जोन में कुछ रेल अधिकारी भ्रष्टाचार में संलिप्त है और दलित व ईमानदार कर्मचारियों व अधिकारियों का मनमाने ढंग से बार-बार स्थानांतरण कर उत्पीड़न कर रहे हैं। पूर्वोत्तर रेलवे में स्थानांतरण एक व्यापार हो गया है। यहीं कारण है कि सीनियर डीसीएम वाराणसी धीरेंद्र कुमार का पिछले चार वर्षों में छह बार स्थानांतरण किया गया।